साइबर फ्रॉड रैकेट का मास्‍टरमाइंड गिरफ्तार, चीनी नागरिकों के साथ मिलकर 750 करोड़ की ठगी

अंतरराष्‍ट्रीय साइबर फ्रॉड रैकेट चलाने वाले मास्‍टरमाइंड को दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट अभिषेक अग्रवाल ने कई फर्जी शेल कंपनियां बनाई थी.

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आरोपी अभिषेक अग्रवाल को दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट से पकड़ा गया है. (प्रतीकात्‍मक फोटो)
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  • दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड रैकेट का मास्टरमाइंड गिरफ्तार किया गया है.
  • आरोपी अभिषेक अग्रवाल चार्टर्ड अकाउंटेंट है और 41 फर्जी कंपनियों का संचालन कर रहा था.
  • जांच में 750 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन के सबूत मिले हैं
  • अभिषेक ने चीनी नागरिकों को सह-निदेशक के रूप में शामिल किया था.
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नई दिल्‍ली :

अंतरराष्‍ट्रीय साइबर फ्रॉड रैकेट के खिलाफ शिकंजा कस रही पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट से इस मामले में मास्‍टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है. उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपी को दिल्‍ली पुलिस की मदद से पकड़ा. इस मामले में जांच एजेंसियों को 750 करोड़ रुपये के लेनदेन के सबूत मिले हैं. आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार आरोपी अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया था. आरोपी अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर साइबर ठगी का नेटवर्क चला रहा था. 

आरोपी अभिषेक अग्रवाल पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है और उसे साइबर फ्रॉड गिरोह का मास्‍टरमाइंड बताया जा रहा है. आरोप है कि अभिषेक ने 41 फर्जी शेल कंपनियां बनाई. इनमें से 13 कंपनियां आरोपी के नाम पर हैं और 28 कंपनियों आरोपी की पत्‍नी के नाम पर है.  

कई कंपनियों में चीनी नागरिक सह-निदेशक

इसके साथ ही कई कंपनियों में चीनी नागरिक सह-निदेशक पाए गए हैं. साथ ही जांच एजेंसियों को कंपनियों के खातों में 750 करोड़ से ज्यादा का संदिग्ध ट्रांजेक्शन मिला है. साथ ही आरोपी 2019 में चीन के शंघाई और शेन्जेन की यात्रा भी कर चुका है. 

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जानकारी के मुताबिक, यह रैकेट Hector Lendkaro Pvt. Ltd. के नाम पर चल रहा था. साथ ही यह गिरोह 15 से ज्‍यादा फर्जी लोन एप्‍स भी चला रहा था. इनमें Inst Loan, Maxi Loan, KK Cash जैसे ऐप शामिल हैं.  

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आरोपी डेटा चुराकर करते थे ब्‍लैकमेल

आरोपी पीड़ितों के मोबाइल में लोन ऐप इंस्‍टाल होने के बाद उनकी निजी जानकारी चुरा लेते थे. पीड़ितों के मोबाइल की गैलेरी और कांटेक्‍ट्स से निजी जानकारी चुरा चुराने के बाद उन्‍हें ब्‍लैकमेल करते थे, धमकाते थे और भारी रकम की वसूली करते थे. 

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साथ ही आरोपियों ने पीड़ितों से अत्यधिक ब्याज और जुर्माने के नाम पर भी ठगी की. पीड़ितों से ठगी जाने वाली राशि को चीन के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता था.  

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5 चीनी नागरिकों के नाम भी आए सामने 

आरोपी अभिषेक अग्रवाल को लुकआउट सर्कुलर पर ट्रैक कर पकड़ा गया. पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल, पासपोर्ट, कैश और एप्पल वॉच बरामद की है. 

उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने तकनीकी विश्लेषण से आरोपी को ट्रैक किया. आरोपी ने पूछताछ में इस मामले से जुड़े चीन के पांच मास्टरमाइंड्स के नाम भी बताए हैं. 

पहले इसी रैकेट में गुड़गांव से अंकुर ढींगरा गिरफ्तार हो चुका है. वहीं महाराष्ट्र के औरंगाबाद में STF ने फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा था. 

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