पहले क्रिप्टो क्लाउड माइनिंग ऐप में करवाया इंवेस्ट, फिर APP को कर दिया बंद, लाखों का लगाया चूना

क्लाउड माइनिंग एक ऐसा तंत्र है, जो किराये के क्लाउड कम्युटिंग सर्वर का इस्तेमाल कर हार्डवेयर या संबंधित सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल किए बिना ही बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को भुनाने की सुविधा देता है.

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पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुणे:

महाराष्ट्र के सोलापुर में 31 लोगों से 45 लाख रुपये की धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है. इन लोगों ने क्रिप्टो क्लाउड माइनिंग ऐप के जरिये निवेश किया था. पुलिस ने शिकायतों के हवाले से यह जानकारी दी.

क्लाउड माइनिंग एक ऐसा तंत्र है, जो किराये के क्लाउड कम्युटिंग सर्वर का इस्तेमाल कर हार्डवेयर या संबंधित सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल किए बिना ही बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को भुनाने की सुविधा देता है.

पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा, ‘निवेशकों से सीसीएच क्लाउड माइनर ऐप और क्रिप्टो लेन-देन ऐप को डाउनलोड करने के लिए कहा गया था. उन्हें क्रिप्टो लेन-देन ऐप के जरिये अपनी भारतीय मुद्रा को डॉलर में परिवर्तित करने और सीसीएच क्लाउड माइनर ऐप में निवेश करने का लालच दिया गया था.'

अधिकारी के मुताबिक, अब तक 31 लोगों ने पुलिस से संपर्क कर धोखाधड़ी की शिकायत की है. उन्होंने बताया कि कुछ निवेशकों को शुरुआत में भुगतान मिला था.

पुलिस निरीक्षक उदयसिंह पाटिल ने कहा, ‘हमने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिन्होंने लोगों को बेहतर मुनाफा मिलने का लालच देकर ये ऐप डाउनलोड करने और रकम निवेश करने को कहा था. ये तीनों लोग सोलापुर में आभूषण के कारोबार से जुड़े हुए थे.'

एक शिकायतकर्ता राम जाधव ने दावा किया कि उसने 4.28 लाख रुपये निवेश किए थे. जाधव के अनुसार, ऐप अब काम नहीं कर रहा और तीनों का कार्यालय भी बंद है.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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