कर्नाटक के हुबली में बुधवार को कथित तौर पर प्रेम प्रस्ताव ठुकराने पर 21 वर्षीय युवती की परिचित ने चाकू मारकर हत्या कर दी. इससे कुछ सप्ताह पहले इसी तरह कॉलेज की छात्रा नेहा हिरमेथ की उसके पूर्व सहपाठी ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बेंडिगेरी पुलिस थाना क्षेत्र के वीरपुर ओनी इलाके में 23 वर्षीय विश्वा उर्फ गिरीश सावंत ने सुबह पांच बज कर 45 मिनट पर अंजलि अम्बिगेरा के घर का दरवाजा खटखटाया. अधिकारी ने कहा कि जब अंजलि ने दरवाजा खोला, तो गिरीश ने उसपर चाकू से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई.
उन्होंने कहा कि वारदात के बाद आरोपी भाग गया. अधिकारी के अनुसार, अंजलि की बहन इस निर्मम हत्याकांड की चश्मदीद गवाह है. पुलिस ने बताया कि आरोपी गिरीश के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है और उसे पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है.
इससे पहले, नेहा हिरेमथ (23) की 18 अप्रैल को हुबली में उसके कॉलेज परिसर के अंदर पूर्व सहपाठी फैयाज खोडुनाइक ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी.
अंजलि की बहन यशोदा ने यहां पत्रकारों से कहा ‘‘गिरीश पिछले कुछ समय से मेरी बहन अंजलि को परेशान कर रहा था. उसने उससे अपने प्यार का इजहार किया लेकिन मेरी बहन ने मना कर दिया. उसने मेरी बहन पर अपने साथ मैसुरु जाने के लिए भी दबाव डाला. उसने उसे धमकी भी दी थी कि उसका हश्र भी नेहा जैसा होगा.''
यशोदा ने कहा, ‘‘जब हमने पुलिस को उसकी धमकियों के बारे में सूचित किया, तो उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया और आज देखिए, मेरी बहन मर गई.''
अंजलि के परिवार और स्थानीय निवासियों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए यहां विरोध प्रदर्शन किया. बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और न्याय दिलाने का आश्वासन देकर उन्हें वहां से हटा दिया.
अंजलि के पिता मोहन ने कहा कि करीब सात महीने पहले उनकी बेटी ने उन्हें बताया था कि गिरीश उसे परेशान कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसे (गिरीश) चेतावनी दी थी. लेकिन आज सुबह, दुर्भाग्य से उसी व्यक्ति ने मेरी बेटी की हत्या कर दी. आरोपी को सजा मिलनी चाहिए.''
अंजलि के परिवार ने कहा कि किसी भी लड़की को उस स्थिति का सामना नहीं करना चाहिए, जिस स्थिति का सामना अंजलि ने किया. परिवार ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, जो फरार है.
इस बीच, कांग्रेस पार्षद और नेता के पिता निरंजन हिरेमथ ने मृतक के परिवार से मुलाकात की और उत्तरी कर्नाटक में “बिगड़ती” कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की. उन्होंने घटना को रोकने में कथित ‘‘विफलता'' के लिए हुबली-धारवाड़ की पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार को निलंबित करने की मांग की.
अंजलि की नृशंस हत्या के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि आरोपियों ने खुलेआम पीड़िता को धमकी दी थी कि उसका भी वही हश्र होगा जो नेहा का हुआ था, लेकिन जब युवती के परिवार वाले पुलिस के पास शिकायत करने गए तो उसने मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो' से कहा, “मेरी बेटी की हत्या के एक महीने से भी कम समय में, आज सुबह एक और नृशंस और दुर्भाग्यपूर्ण हत्या हुई. मैं बार-बार राज्य सरकार और गृह मंत्री (जी. परमेश्वर) से (ऐसी घटनाओं के खिलाफ) एक उचित कानून लाने का आग्रह कर रहा हूं. अंजलि के मामले में पुलिस अपराधी को पकड़ने में विफल रही है. उसने खुलेआम नेहा जैस हश्र करने की धमकी दी थी, फिर भी पुलिस ने कोई एहतियाती कदम नहीं उठाया.”