जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद को मारने के लिए इस्तेमाल किए गए ऑटो को पुलिस ने गिरिडीह से बरामद कर लिया है. धनबाद पुलिस ने ऑटो को कब्जे में ले लिया है. इस मामले में पुलिस ने लखन वर्मा और राहुल वर्मा को हिरासत में लिया है, दोनों से पूछताछ की जा रही है. बुधवार की सुबह धनबाद के रणधीर वर्मा चौक के समीप ऑटो ने जस्टिस उत्तम आनंद को टक्कर मारकर भाग निकला था. बाद में सीसीटीवी फुटेज देखने से साफ हुआ कि यह एक महज हादसा नहीं है. उनको मारने के लिए ऑटो का इस्तेमाल किया गया ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है.
मामले की गंभीरता पर हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये धनबाद के एसएसपी से बात कर पूरे मामले पर संज्ञान लिया है. ऑटो की टक्कर में जान गंवाने वाले एडीजे 8 उत्तम आनंद जिले के हाइप्रोफाइल रंजय सिंह की हत्या के मामले की सुनवाई कर रहे थे. रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे. जनवरी 2017 में रंजय की हत्या हुई थी. कुछ दिन पूर्व ही शूटर अभिनव सिंह और अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जज उत्तम आनंद ने जमानत याचिका खारिज कर दी थी.
पुलिस ने ऑटो को कब्जे में लेने के साथ ही दोनों को हिरासत में लिया है. दोनों से पूछताछ जारी है. जस्टिस उत्तम आनंद के छोटे भाई सुमन आनंद ने पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट है कि उनकी हत्या की गई है. कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच हो. मेरे भाई के हत्यारे को सजा मिले. लोगों को न्याय देने वाले के परिवार को आज खुद इंसाफ की जरूरत है. वहीं जज की पत्नी की लिखित शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है.
पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी लखन वर्मा और राहुल वर्मा डिगवाडीह 12 नंबर के रहने वाले हैं. वारदात के बाद दोनों ऑटो लेकर गिरिडीह भीग निकले थे जहां से इन्हें धर दबोचा गया है. जज की मौत के मामले को राज्य सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है. इस मामले में पुलिस मुख्यालय हर घंटे अपडेट ले रहा है. डीआईजी खुद लगतार संपर्क में हैं.