डेढ़ लाख रुपये में सुपारी लेकर मर्डर की वारदात को अंजाम देने की फिराक में तीन आरोपियों को अवैध हथियार सहित क्राइम ब्रांच बॉर्डर ने पल्ला एरिया से पकड़ लिया. सुपारी देने वाला चौथा आरोपी भी गिरफ्तार कर लिया गया. फरीदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर के प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप की टीम ने तीन सुपारी किलर तथा सुपारी देने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नदीम शाह आलम दिनेश तथा सचिन का नाम शामिल है. आरोपी नदीम तथा शाह आलम दिल्ली के संगम विहार, आरोपी दिनेश पलवल तथा आरोपी सचिन फरीदाबाद के पल्ला एरिया का रहने वाला है.
क्राइम ब्रांच की टीम पल्ला थाना एरिया में गश्त कर रही थी, इस बीच सूचना मिली कि आरोपी अवैध हथियार लेकर किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. इस पर क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी नदीम दिनेश तथा शाह अलम को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के कब्जे से एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस तथा एक अवैध चाकू बरामद किया. आरोपियों के खिलाफ अवैध हथियार अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उनको अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया.
आरोपियों से पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि वे सुपारी लेकर पल्ला एरिया के रहने वाले गौरव नाम के व्यक्ति की हत्या करने की फिराक में थे. आरोपियों ने बताया कि यह सुपारी उन्हें सचिन नाम के व्यक्ति ने दी थी. उन्होंने हत्या के लिए डेढ़ लाख रुपये में डील पक्की की थी. आरोपियों ने बताया कि वह गौरव की रेकी कर रहे थे और मौका मिलते ही उसकी हत्या करने की फिराक में थे कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी नदीम तथा शाह आलम के खिलाफ दिल्ली के संगम विहार में हत्या तथा लड़ाई झगड़े के कई मुकदमे दर्ज हैं. आरोपी नदीम अभी कुछ दिन पहले ही जेल से सजा काटकर बाहर आया था.
आरोपियों की शिनाख्त पर सुपारी देने वाले आरोपी सचिन को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस पूछताछ में आरोपी सचिन ने बताया कि कुछ महीने पहले उसका उसके पड़ोसी गौरव के साथ झगड़ा हुआ था जिसमें गौरव ने उसके साथ मारपीट की थी. सचिन इसी झगड़े को लेकर गौरव के साथ रंजिश रखने लगा और उसने गौरव की हत्या कराने की योजना बनाई. आरोपी दिनेश सचिन का रिश्तेदार है. सचिन ने दिनेश को इसके बारे में बताया और हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए उन्हें सुपारी दी थी. क्राइम ब्रांच ने वारदात को अंजाम देने से पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार करके गौरव की जान बचा ली.
पूछताछ पूरी होने के पश्चात सभी आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है.