साउथ दिल्ली में एनकाउंटर, पुलिस ने दो मेवाती गैंगस्टरों को किया गिरफ्तार

पुलिस की गोली से घायल हुए एक गैंगस्टर को अस्पताल में भर्ती किया गया, दोनों आरोपी एटीएम मशीनों से उड़ाते थे नोट

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दक्षिणी दिल्ली में पुलिस का गैंगस्टरों के साथ एनकाउंटर हुआ.
नई दिल्ली:

साउथ दिल्ली के भाटी माइंस इलाके में शनिवार की रात में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई. इसमें पुलिस ने एनकाउंटर के बाद दो बदमाशों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया. दोनों मेवाती गैंगस्टर पांच राज्यों में वांटेड चल रहे थे और दर्जनों एटीएम रॉबरी वारदातों को अंजाम दे चुके थे. फिलहाल पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.

शनिवार की रात साउथ दिल्ली का भाटी माइंस इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. रात 8:30 बजे के आसपास स्पेशल सेल और मेवाती गैंगस्टरों के बीच मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ के दौरान सेल की टीम में दो वांटेड गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया गया. एक मेवाती का नाम आबिद हुसैन है जिसके पैर में गोली लगी है. उसको अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. दूसरे मेवाती गैंगस्टर का नाम शकील उर्फ वकील है, जो कि पुलिस की गिरफ्त में है. दोनों गैंगस्टर अलग-अलग राज्यों में एटीएम मशीन को निशाना बनाते थे. वे मशीन को काटकर या फिर एटीएम मशीन उखाड़कर फरार हो जाते थे.

दरअसल स्पेशल सेल में तैनात एक पुलिसकर्मी को जानकारी मिली कि 5 राज्यों के वांटेड बदमाश भाटी माइंस इलाके में एक शख्स से मुलाकात करने आ रहे हैं. एसीबी अतर सिंह की देखरेख में टीम तैयार की गई. इस टीम को इंस्पेक्टर शिवकुमार लीड कर रहे थे. भाटी माइंस इलाके में शाम 7:30 बजे के आसपास ट्रैप लगाया गया. बाइक पर सवार दो लोग बैंक से जाते हुए नजर आए. पुलिस के पास पहले ही पूरी जानकारी थी. पुलिस ने उनसे सरेंडर करने को कहा लेकिन उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. पुलिस के मुताबिक आत्मरक्षा के लिए पुलिस टीम की ओर से फायरिंग की गई. इसमें से एक बदमाश को पैर में गोली लगी. दोनों  को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया.

पूछताछ में गैंगस्टरों ने खुलासा किया कि वे कई सालों से दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, यूपी में कई एटीएम मशीनों को निशाना बना चुके हैं. शुरुआती तौर पर मेवाती पहले सुनसान जगह पर लगी एटीएम मशीनों को टारगेट करते थे. फिर सीसीटीवी कैमरे पर काला पेंट डालते और उसके बाद एटीएम को गैस कटर से तोड़ते और कैश ट्रे निकाल देते थे. साथ ही कई ATM को उखाड़कर भी ले जाते थे.

आरोपी वकील ने खुलासा किया कि वह पिछले 10 सालों में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, यूपी, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में 10 से ज्यादा एटीएम को तोड़ चुका है. उस पर 55 मामले दर्ज हैं. 2019 में वकील को गिरफ्तार किया गया था लेकिन 2020 में उसको जमानत मिली थी. उसके बाद एक अन्य मामले में वह फरार हो गया था.

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