- NCB ने 200 करोड़ रुपये के ड्रग सिंडिकेट मामले में धीरज गुरु नाथ चिचकार को गिरफ्तार किया
- धीरज, नवीन चिचकार का छोटा भाई है और ड्रग नेटवर्क की रीढ़ माना जाता है
- धीरज नकदी कलेक्शन, हवाला के जरिए पैसों की हेराफेरी और विदेशों काम देखता है
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को 200 करोड़ रुपये के ड्रग सिंडिकेट केस में बड़ी कामयाबी मिली है. एजेंसी ने धीरज गुरु नाथ चिचकार (29) को 15 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया. धीरज, कुख्यात ड्रग लॉर्ड कहे जाने वाले नवीन चिचकार का छोटा भाई है और जांच एजेंसी के मुताबिक वह इस पूरे नेटवर्क की वित्तीय रीढ़ माना जा रहा है. NCB सूत्रों के अनुसार, धीरज को कोर्ट में पेश करने के बाद बेलापुर की स्पेशल NDPS कोर्ट ने उसे एजेंसी की कस्टडी में भेज दिया है.
हवाला से पैसों की हेराफेरी
जांच में सामने आया है कि धीरज नकदी कलेक्शन, हवाला के जरिए पैसों की हेराफेरी और विदेशों से समन्वय जैसे अहम काम संभालता था. इस मामले में अब तक कई लोग गिरफ्तार किए गए है. मामले में गिरफ्तार जयकृष्णा गोपाकुमार, मकरंद माने और उदय गवांदे ने भी अपने बयान में धीरज का नाम लिया है. उनका कहना है कि ड्रग्स की बिक्री से होने वाली कमाई धीरज को सौंपी जाती थी, जो आगे अपने भाई नवीन के कहने पर पैसों को घुमाता था.
इस मामले में और क्या पता चला
उदय गवांदे ने तो यहां तक कबूल किया है कि दिसंबर 2024 में धीरज के थाईलैंड जाने के बाद उसने ही स्थानीय नकदी कलेक्शन संभाला और जुलाई 2024 से अब तक 10–12 लाख रुपये हवाला के जरिए भेजे. धीरज का नाम आरोपपत्र में आरोपी नंबर 9 के तौर पर दर्ज है. वह शुरुआत से ही फरार था और 22 मई को बेलापुर NDPS कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था. एजेंसी सूत्रों के अनुसार डिजिटल और वित्तीय रिकॉर्ड भी यह साबित करते हैं कि धीरज सीधे तौर पर ड्रग्स की खरीद-फरोख्त और पैसों की हेराफेरी में शामिल था.