हरियाणा के गुरुग्राम में एक आयकर अधिकारी द्वारा अपने घर पर छह महीने से कथित रूप से बंधक बनाकर रखी गई 19-वर्षीया एक घरेलू सहायिका को बृहस्पतिवार को बचा लिया गया. राष्ट्रीय महिला आयोग ने यह जानकारी दी. आयोग ने बताया कि उसने गुरुग्राम (पूर्व) के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) से इस मामले में दो दिन के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट और पीड़िता का बयान उपलब्ध कराने को कहा है. यह मामला उस समय सामने आया, जब आयोग को पीड़िता का वीडियो मिला, जिसमें वह सहायता मांगती दिख रही है.
आयोग ने एक बयान में बताया कि नौकरी दिलाने के नाम पर एक एजेंट पीड़िता को पश्चिम बंगाल से गुरुग्राम लाया था और उसे आयकर अधिकारी के घर में घरेलू सहायिका के तौर पर काम करने के लिए भेजा गया था, जहां वह पिछले छह महीने से काम कर रही थी.
उसने कहा, ‘‘लेकिन उसे उसकी सेवाओं के लिए भुगतान नहीं किया जा रहा था और उसे घर से बाहर निकलने या अपने घर जाने की भी अनुमति नहीं थी. पीड़िता ने एक अन्य घरेलू सहायक की मदद से किसी तरह एक वीडियो बनाया और अपने घर वापस जाने में मदद का अनुरोध किया.''
आयोग ने बताया कि वीडियो मिलने और ‘मिशन मुक्ति फाउंडेशन' से उसकी स्थिति के बारे में अधिक जानकारी एकत्र करने के बाद, आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और पुलिस से संपर्क किया. उसने बताया कि इसके बाद पुलिस के एक दल ने ‘मिशन मुक्ति फाउंडेशन' की मदद से लड़की को बृहस्पतिवार को बचाया.
आयोग ने बताया कि लड़की को एक आश्रय गृह ले जाया गया है और उसका बयान दर्ज किया गया है.