आज सबेरे 05.00 बजे दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर अपने संदिग्ध व्यवहार की वजह से एक ऋषिकेश नाम का व्यक्ति सीआईएसएफ निगरानी और खुफिया कर्मचारियों के रडार पर आ गया. यात्री चेक-इन क्षेत्र में विस्तारा उड़ान संख्या यूके-121 (एसटीडी 0825) द्वारा बैंकॉक जाने के लिए तैयार था. सुरक्षाकर्मी उसे अपने सामान की गहन जांच के लिए रैंडम चेकिंग प्वाइंट पर ले गए. एक्स-बीआईएस (X- BIS) मशीन के माध्यम से उसके सामान की जांच करने पर सामान में कुछ विदेशी मुद्रा छुपाए जाने की संदिग्ध तस्वीर देखी गई. मामले की सूचना सीआईएसएफ (CISF) के वरिष्ठ अधिकारियों और सीमा शुल्क अधिकारियों को दी गई.
इसके बाद यात्री को चेक-इन औपचारिकताओं को पूरा करने की अनुमति दी गई और उस पर कड़ी नजर रखी जाने लगी. चेक-इन प्रक्रिया और माइग्रेशन औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद यात्री को सीआईएसएफ निगरानी और खुफिया कर्मचारियों द्वारा रोका गया और उसे सीमा शुल्क कार्यालय में लाया गया. कस्टम अधिकारियों की उपस्थिति में उनके बैग की पूरी तरह से जांच की गई. इसके बाद पता चला कि स्पाइस बॉक्स के अंदर और पापड़ के पैकेट की परतों के बीच लगभग 15.5 लाख रुपये मूल्य के 19,900 अमरीकी डालर छिपा कर रखे गए थे.
पूछताछ करने पर वह इतनी मात्रा में विदेशी मुद्रा ले जाने के लिए कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सका. मामले में आगे की कार्रवाई के लिए यात्री को लगभग 15.5 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा के साथ सीमा शुल्क अधिकारियों को सौंप दिया गया था.