Delhi Seema Singh Murder Case: बीते 15 मार्च को दिल्ली के छावला नाले में एक महिला की लाश मिली थी. लाश को एक बेड शीट में लपेटकर ऊपर से बांधकर नाले में डाला गया था. लाश नाले की तलहटी में बैठ कर गल जाए, इसलिए बॉडी को पत्थर और सीमेंट की बोरी के जरिए तार से बांधा गया था ताकि बॉडी नाले में हीं डंप हो जाए. 15 मार्च को महिला की लाश मिलने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की. लेकिन शुरुआती जांच के बाद भी कोई सफलता हाथ नहीं लगी. यह ब्लाइंड मर्डर केस और उलछता जा रहा था. लेकिन 15 दिन बाद पुलिस ने महिला के नोजपिन से अहम सुराग मिला. जिसके बाद जांच आगे बढ़ी. और मर्डर मिस्ट्री का राज खुला तो जांच अधिकारी भी हैरान गए.
हाई प्रोफाइल परिवार की महिला की मर्डर मिस्ट्री
दरअसल छावला नाले में मिली लाश दिल्ली के बड़े कारोबारी की पत्नी की थी. इस कारोबारी का दिल्ली के साथ-साथ गुरुग्राम में भी कोठी है. और भी कई जगह संपत्ति है. परिवार का जीवन बेहद हाईप्रोफाइल है. पुलिस जांच में जो खुलासा हुआ वो और चौंकाने वाला है. महिला की हत्या उसके पति ने ही की. जानिए दिल दहला देने वाली दिल्ली के सीमा सिंह मर्डर केस की पूरी कहानी.
बॉडी को पत्थर और सीमेंट की बोरियों के साथ गिराया
सीमा सिंह के पति अनिल कुमार है. जो दिल्ली में प्रॉपर्टी का व्यवसाय करते है. अनिल गुरुग्राम के फार्म हाउस में रहता है. उसकी 47 वर्षीय पत्नी सीमा की हत्या गला दबाकर की गई. फिर उसकी बॉडी को घर के बेड शीट में लपेटकर ऊपर से बांधकर छावला नाला में डाला गया था. बॉडी को पत्थर और सीमेंट की बोरी के साथ नाले में गिराया गया था ताकि बॉडी नाले में हीं डंप हो जाए.
जिस दुकान से खरीदी थी नोजपिन, उसकी बिल से हुई पहचान
महिला की पहचान 15 दिनों तक नहीं हुई. छावला पुलिस ने काफी खोजबीन किया और फुटेज को देखा. लेकिन इस मामले में पुलिस को कामयाबी तब मिल गई जब उसके नाक के नोज पिन की जांच करवाई गई. तो पता चला कि वह एक कंपनी के साउथ दिल्ली स्थित आउटलेट से खरीदा गया था. वहां जब पुलिस पहुंची तो नाम सीमा सिंह आया और उसमें बिलिंग में नाम अनिल कुमार का आया.
फिर पुलिस ने अनिल कुमार को फोन करके पूछा की सीमा सिंह कौन है, उसने छूटते ही फोन पर बताया उसकी पत्नी है. जब पुलिस ने पूछा कि उससे बात कराओ तो उसने कहा वह वृंदावन घूमने गई है, मोबाइल उसके पास नहीं है. वहीं से पुलिस का शक बढ़ता गया.
अनिल के ऑफिस से डायरी में मिला सीमा के मां का नंबर
पुलिस द्वारका स्थित अनिल के ऑफिस पर पहुंची वहां एक डायरी में सीमा की मां का नंबर मिल गया. वहां से पुलिस ने फिर सीमा के मायके वालों से संपर्क किया. उसकी बहन बबिता ने बताया कि वो लोग खुद परेशान थे, क्योंकि सीमा सिंह से उनकी 11 मार्च से बातचीत नहीं हो पा रही थी.
मायके वालों ने कहा- काफी दिनों से नहीं हो रही थी बात
तो उसने पहले सीमा के पति अनिल को फोन किया. उसने बताया वह जयपुर आई है घूमने, मूड ठीक नहीं है, बाद में ठीक होते बात करा दूंगा. कई दिन तक जब ऐसे ही चला तो उन्होंने पुलिस को शिकायत करने की भी सोचा. लेकिन अनिल की बातों में आकर वो लोग इंतजार कर रहे थे.
सीमा की बहन और बेटे ने की पहचान
लेकिन एक अप्रैल को जब छावला पुलिस ने फोन करके एक महिला की बॉडी पहचान के लिए बुलाया, तो सब घबरा गए. सीमा की बहन और परिवार वाले पहुंचे और बॉडी को देखकर रोने लगे. फिर 2 अप्रैल को सीमा सिंह का बड़ा बेटा को भी पहचान के लिए बुलाया गया, उसने भी बोला ये मेरी मां है.
गुरुग्राम कोठी से गिरफ्तार हुआ अनिल कुमार
इस मामले में फिर पुलिस ने छानबीन आगे बढ़ाया और मृतका के पति अनिल कुमार से संपर्क करने की कोशिश करती रही. आखिरकार पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर गुरुग्राम से उसकी कोठी से हिरासत में लिया. इस मामले में उसके गार्ड शिव शंकर को भी पकड़ा गया है. इनकी संलिप्तता के बारे में पुलिस पूरा छानबीन कर रही है और पता लगाने में जुटी हुई है.
20 साल पहले हुई थी शादी, बड़ा बेटा 17 साल का
सीमा सिंह के परिवार के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है. सीमा की और अनिल की शादी लगभग 20 साल पहले हुई थी. अभी उसके दो बेटे हैं 17 साल और 6 साल के. अनिल अपनी मां के साथ गुरुग्राम फार्म हाउस में रहता है और सीमा सिंह बेटे के साथ द्वारका की एक कोठी में रहती थी. उसके मायके वालों का दावा है कि द्वारका कोठी की चाभी दो ही लोगों के पास थी, या सीमा के पास या फिर उसके पति के पास. पुलिस पूरे मामले की कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है.
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