जीजा लूटता था मोबाइल फोन, बेचता था साली को : गाज़ियाबाद के शातिर जोड़े को पुलिस ने दबोचा

इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया कि गिरोह के हर सदस्य पर मुकदमा दर्ज है. सरगना आसिफ उर्फ बोन्ची पर इंदिरापुरम, दिल्ली, कौशांबी, कविनगर और साहिबाबाद थाने में 26 मुकदमे हैं.

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टीम ने घेराबंदी कर गैंग सदस्यों की गिरफ्तारी में सफलता हासिल की. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
गाजियाबाद:

"बोन्ची गिरोह" में शामिल शख्स और उसकी साली समेत 5 लुटेरे गुरुवार की सुबह गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में कनावनी पुलिया के पास पुलिस के हत्थे चढ़े. सरगना आसिफ उर्फ बोन्ची उर्फ सलमान जनपद की 26 से अधिक घटनाओं में पिछले कई महीने से फरार चल रहा था. उसकी छोटी हाइट की वजह से लोग उस पर लूट करने का शक नहीं करते थे.

दिल्ली बॉर्डर की कालोनियों में करते थे लूट

हालांकि, गिरोह अभी तक दिल्ली-एनसीआर में 100 से अधिक लूटपाट की घटनाएं कर चुका है. पुलिस ने उसके पास से 315 बोर का तमंचा, तीन चाकू, लूटे गए दो मोबाइल फोन, 7500 रुपये नकद व घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की है. क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि गिरोह का सरगना आसिफ उर्फ बोन्ची काफी शातिर है. गिरोह के सदस्य अलग-अलग बाइक से दिल्ली बॉर्डर की कालोनियों में दिनदहाड़े लूट करते थे.

टीम ने घेराबंदी कर गैंग सदस्यों की गिरफ्तारी में सफलता हासिल की. पूछताछ में ये बात सामने आई कि सलमान, आसिफ, नरेश और मोइन चारों मिलकर बाइक से मोबाइल फोन लूटते थे. दिनभर में चार से पांच मोबाइल इकट्ठा करने के बाद नरेश उर्फ हड्डी उन्हें अपनी साली सीमा उर्फ बाजी को 800 से 4 हजार रुपये तक में बेच देता था. फिर सीमा उन मोबाइल को अलग-अलग बाजार में पार्ट्स के साथ बेचकर मोटा मुनाफा कमाती थी. 

गिरोह का सरगना अपने बचाव में सीमा को भी साथ रखता था, जिस जगह पर वह पकड़ा जाता था तभी सीमा वहां पहुंचकर मोबाइल गायब कर देती थी. वहीं, कई घटनाओं में लोगों को बोन्ची की हाइट मात्र करीब साढे चार फुट होने की वजह से शक भी नहीं होता था. करीब 16 दिन पूर्व बोन्ची ने कोलम के साथ मिलकर जयपुरिया सनराइज ग्रीन के पास एक लड़की से आई फोन लूट लिया था. एक माह पूर्व नरेश उर्फ हड्डी व मोइन मलिक ने शक्तिखंड-2 में रियलमी फोन लूटा था.

गिरोह के हर सदस्य पर दर्ज है मुकदमा

इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया कि गिरोह के हर सदस्य पर मुकदमा दर्ज है. सरगना आसिफ उर्फ बोन्ची पर इंदिरापुरम, दिल्ली, कौशांबी, कविनगर और साहिबाबाद थाने में 26 मुकदमे हैं. जबकि सलमान उर्फ कोलम पर सात मुकदमे, नरेश उर्फ हड्डी पर चार, मोइन के खिलाफ छह तो सीमा उर्फ बाजी पर दो मुकदमे इंदिरापुरम थाने में दर्ज हैं. पूछताछ में ये भी सामने आया कि सीमा राहगीरों को भी मोबाइल 150 से 1200 रुपये तक में बेच देती थी. फिर उसके पैसों का सभी के बीच बंटवारा होता था.

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