- बेंगलुरु में एक डॉक्टर को अपनी डॉक्टर पत्नी की हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है
- आरोपी ने पत्नी को बेहोश करने वाली एनेस्थीसिया ड्रग दी थी और मौत को नेचुरल दिखाने का प्रयास किया था
- मृतका की विसरा रिपोर्ट में प्रोपोफोल नामक पावरफुल एनेस्थेटिक ड्रग मिलने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया
डॉक्टर को लोग भगवान मानते हैं, लेकिन वही डॉक्टर जब शैतान बनकर जान लेने लगे तो इससे ज्यादा दुखद क्या होगा. बेंगलुरु में पुलिस ने एक डॉक्टर को अपनी पत्नी को मौत का इंजेक्शन देकर हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार किया है. आरोपी डॉ. महेंद्र रेड्डी जीएस ने अपनी MBBS-MD पत्नी डॉ. कृतिका रेड्डी को बेहोश करने वाली एनेस्थीसिया ड्रग का इंजेक्शन लगाया था और मौत को नेचुरल दिखाने की कोशिश की थी. छह महीने के बाद मामले का खुलासा होने पर डॉ महेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बेंगलुरू में रहते थे डॉक्टर दंपति
31 वर्षीय डॉ. महेंद्र रेड्डी अपनी 28 साल की MBBS-एमडी पत्नी डॉ. कृतिका के साथ बेंगलुरू के मुन्नेकोलाला इलाके में रहते थे. 21 अप्रैल 2025 को डॉ. कृतिका अचानक बीमार हो गई थीं. पति डॉ. महेंद्र रेड्डी उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी. इस मामले में मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया.
पुलिस को मिले चौंकाने वाले सुराग
पुलिस ने तहकीकात शुरू की. सीन ऑफ क्राइम (SOCO) टीम को घटनास्थल की जांच में चौंकाने वाले सुराग मिले. मौके से कैनुला सेट, इंजेक्शन ट्यूब और अन्य मेडिकल उपकरण बरामद किए गए. इन्हें जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया. उधर मृतका डॉक्टर कृतिका के विसरा सैंपल को भी फोरेंसिक साइंस लैब भेजा गया ताकि मौत की असल वजह का पता लग सके.
विसरा रिपोर्ट से खुल गई पोल
एफएसएल रिपोर्ट आई तो पूरा मामला साफ हो गया. डॉ. कृतिका की विसरा रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि उनके शरीर में प्रोपोफोल नामक शक्तिशाली एनेस्थेटिक ड्रग मौजूद था, जो सामान्य इलाज में नहीं दिया जाता. इससे डॉक्टर पति के ऊपर शक गहराया. रिपोर्ट के आधार पर डॉ. कृतिका के बिजनेसमैन पिता के. मुनि रेड्डी ने 13 अक्तूबर को अपने दामाद डॉ. महेंद्र रेड्डी के खिलाफ हत्या के आरोप में पुलिस केस दर्ज कराया.
'ससुराल के पैसों से बनवाना चाहता था अस्पताल'
60 वर्षीय मुनि रेड्डी ने पुलिस शिकायत में बताया कि उन्होंने अपनी छोटी बेटी कृतिका की शादी 26 मई 2024 को डॉ. महेंद्र रेड्डी के साथ की थी. कृतिका एमबीबीएस, एमडी डॉक्टर थीं. शादी के बाद पति-पत्नी बेंगलुरू के गुंजूर में रहने लगे. उनका आरोप है कि शादी के बाद से ही डॉ. महेंद्र रेड्डी अपनी पत्नी की उपेक्षा करने लगा था. वह एक अस्पताल बनाना चाहता था और इसके लिए ससुरालियों से पैसा देने पर जोर डालता था. ससुर मुनि रेड्डी ने अस्पताल के बजाय मराठाहल्ली इलाके में एक क्लिनिक खुलवा दिया था.
गैस की शिकायत बताकर दिया था इंजेक्शन
वारदात के बारे में बताते हुए मुनि रेड्डी ने पुलिस को बताया कि 21 अप्रैल 2025 को महेंद्र ने कृतिका को गैस की शिकायत होने पर इंजेक्शन दिया था. अगले दिन वह यह कहकर उसे मायके छोड़ आया कि उसे आराम की जरूरत है. शाम को वह फिर से इंजेक्शन देने आया. अगले दिन सुबह कृतिका बेसुध मिली. मुनि रेड्डी का आरोप है कि डॉक्टर होने के बावजूद महेंद्र ने कृतिका को सीपीआर नहीं दिया. अस्पताल ले जाने पर कृतिका को मृत घोषित कर दिया गया.
पुलिस का दावा है कि डॉक्टर पति ने अपनी मेडिकल जानकारी का इस्तेमाल करके पत्नी की मौत को प्राकृतिक दिखाने की कोशिश की थी, लेकिन कहते हैं न कि झूठ ज्यादा देर तक नहीं छिपता. इस मामले में भी ऐसा ही हुआ और पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया.