आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर यूपी के देवबंद में जानलेवा हमला मामले में एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस ने 4 लोगो को अग्रवाल ढाबा शहजादपुर अम्बाला से गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक इन चारों को शनिवार सुबह अंबाला की शहजादपुर पुलिस ने यूपी पुलिस को सौंप दिया. इन 4 में से 3 लोग उत्तर प्रदेश के है तो 1 हरियाणा का बताया जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक इन 4 आरोपियों में प्रशांत , विकास और लवीश जो उत्तरप्रदेश का रहने वाला है और विकास गोंदर निसिंग को गिरफ्तार किया गया है, जो हरियाणा का है. गिरफ्तारी के दौरान इन सभी आरोपियों के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुए हैं. जानकारी के अनुसार हमलावरों की हरियाणा में एंट्री की इनपुट के बाद पुलिस चौकन्ना हो गई थी.
29 जून को हुई थी वारदात
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) पर 29 जून को उत्तर प्रदेश के देवबंद में हमला हुआ था. हमले के बाद अपने पहले इंटरव्यू में आजाद ने उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि मुझे लगता है कि यूपी में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है.
NDTV के साथ खास बातचीत में उन्होंने कहा था कि मैं गोलियों से नहीं डरता हूं. मैं संविधान के मुताबिक लड़ाई लड़ता रहूंगा. इसके साथ ही चंद्रशेखर आजाद ने हमले के वक्त की पूरी कहानी भी बताई. साथ ही उन्होंने अपने सभी समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि मैं चुप नहीं बैठूंगा.
'मेरी किसी से दुश्मनी नहीं'
उन्होंने कहा था कि मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि मेरे गृह जनपद में हाईवे पर ऐसा हो सकता है. मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है. मैं गोलियों से नहीं डरता पर मैं यही कहता हूं कि मैं लड़ाई संविधान के मुताबिक लड़ता रहूंगा. साथ ही उन्होंने अपने सभी समर्थकों से शांति बनाए रखने की भी अपील की और कहा कि मैं चुप नहीं बैठूंगा.
'सामाजिक असमानता के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई'
चंद्रशेखर ने कहा कि मैंने पहलवानों के लिए बृजभूषण के खिलाफ बोला. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यूपी में क़ानून व्यवस्था ख़त्म हो गई है. मुझ पर जिन्होंने हमला किया उनको मैं नहीं पहचानता हूं. बस यही कहूंगा कि सामाजिक असमानता के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी.