- अरशद टोपी गैंगस्टर बॉस की बीवी से इश्क लड़ाने के कारण अब संकट में है.
- अब अरशद को सजा देने के लिए इप्पा गैंग के 40 शूटर उसे तलाश रहे हैं.
- अरशद पुलिस की शरण ले चुका है, बावजूद इसके डर कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
- नागपुर में गैंगवार का खतरा बना हुआ है और पुलिस अलर्ट मोड में है.
इश्क और मुश्क छिपाए नहीं छिपते... लेकिन जो इश्क में होते हैं, वो इस पर कहां ध्यान देते हैं. हालांकि एक शख्स को अब इश्क की कीमत चुकानी पड़ रही है और उसे जरूर लग रहा होगा कि उसने गलती कर दी है. इस गलती की सजा के लिए उसे 40 शूटर ढूंढ रहे हैं. यह गलती की है इप्पा गैंग के अरशद टोपी ने और इस गलती की सजा देने के लिए भी अब 'इप्पा गैंग' के शूटर ही उसके पीछे पड़े हैं. दरअसल, अरशद ने अपने ही गैंग के डॉन की बीवी से इश्क लड़ाने की हिमाकत की और अब उसे जिंदा या मुर्दा लाने का फरमान जारी हो चुका है. अरशद टोपी जिंदगी बचाने के लिए पुलिस की शरण ले चुका है. बावजूद इसके डर का साया जिंदगी से हटने का नाम नहीं ले रहा है.
नागपुर के अंडरवर्ल्ड में गैंगवार की आहट सुनाई दे रही है. इप्पा गैंग में कभी अरशद भरोसे का आदमी था, लेकिन एक गलती ने वो भरोसा तोड़ दिया. वो प्यार कर बैठा और प्यार भी अपने ही गैंग के डॉन की बीवी से. हालांकि अब यह प्यार उसे गुनाह लग रहा होगा क्योंकि उसी प्यार के कारण उसकी जान पर बन आई है.
एक शाम... और बदल गई अरशद की जिंदगी
प्यार की यह कहानी अचानक से एक शाम को मोड़ लेती है. अरशद और उसकी प्रेमिका यानी डॉन की बीवी एक बाइक पर सवार होकर किसी गुप्त मुलाकात के लिए जा रहे थे, लेकिन एक जेसीबी ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी. इस घटना में अरशद को मामूली चोटें आई लेकिन उसकी प्रेमिका गंभीर रूप से घायल हो गई और फिर उसकी अस्पताल में मौत हो गई. बस यही वो वक्त था जब से अरशद के बुरे दिन शुरू हो गए.
डॉन को दुर्घटना नहीं... हत्या का है संदेह
डॉन को दोनों के बारे में पता चला और डॉन को लगने लगा कि यह कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि यह एक हत्या है. डॉन को जहां इस दुर्घटना के पीछे अरशद का हाथ नजर आया, वहीं पुलिस को साजिश के कोई सबूत नहीं मिले. बताया जा रहा है कि पुलिस ने गैंगवार को रोकने के लिए यह बात इप्पा गैंग तक भी पहुंचा दी, जिससे खून खराबे से बचा जा सके. हालांकि डॉन के इरादों में कोई फर्क नहीं आया.
जिंदा या मुर्दा... ढूंढ रहे इप्पा गैंग के 40 शूटर
इप्पा गैंग और इप्पा गैंग के डॉन को जैसे पुलिस की बात पर यकीन ही नहीं है. यही कारण है कि अरशद की तलाश में पूरा इप्पा गैंग जुटा है. कल तक उसके साथी रहे गैंगस्टर ही अब उसे ढूंढ रहे हैं. पूरे शहर में 40 से ज्यादा हथियारबंद गैंगस्टर फैल चुके हैं और उनमें से हर किसी का एक ही मकसद है अरशद को जिंदा या मुर्दा लाना. सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि गैंग के 40 गैंगस्टर के साथ ही इनपुट और बैकअप के लिए दूसरे गैंग के लोगों से भी मदद ली जा रही है. इसके बारे में पुलिस को भी पता है.
गैंगवार का खतरा, अलर्ट मोड पर पुलिस
जान पर बन आई तो अरशद पुलिस तक पहुंचा. परदी इलाके के जोनल डीसीपी निकेतन कदम के ऑफिस में उसने सुरक्षा की गुहार लगाई, जहां से उसे कोरोड़ी पुलिस स्टेशन भेज दिया गया. डीसीपी ने साफ कहा कि दुर्घटना में साजिश के संकेत नहीं मिले हैं, यह बात गैंग तक पहुंचा दी गई है.
बावजूद इसके अरशद अपने ही गैंग के खिलाफ होने के बाद से ही बेहद डरा हुआ है. पुलिस सुरक्षा का कवच उसे कब तक बचा पाएगा, यह बड़ा सवाल है. हालांकि पुलिस की तैयारी पूरी है और कोरोड़ी, तहसील और क्राइम ब्रांच पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं. हालांकि नागपुर में गैंगवार का खतरा बना हुआ है.