दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने एक सिंगर और रेडियो जॉकी, स्टेट लेबल के कबड्डी प्लेयर और मर्चेट नेवी के पूर्व नाविक समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन तीनों पर लोगों से ठगी करने का आरोप है. डीसीपी एयरपोर्ट तनु शर्मा के मुताबिक 5 जुलाई ,2022 को एयरपोर्ट में तैनात इमीग्रेशन अधिकारी सुरेंद्र सिंह तंवर ने आईजीआई एयरपोर्ट पर शिकायत देकर बताया 4 जुलाई 2022 को एक यात्री अमन कुमार ने दुबई-मेक्सिको होते हुए कनाडा जाने के लिए संपर्क किया. इमीग्रेशन मंजूरी और उसके यात्रा दस्तावेज की जांच के दौरान उसका कनाडाई वीजा नकली पाया गया. यह पाया गया कि यात्री ने विदेश यात्रा करने के नकली दस्तावेजों का सहारा लिया है. पुलिस ने केस दर्ज कर यात्री ने पूछताछ की और उसे गिरफ्तार कर लिया
यात्री ने खुलासा किया कि उसने अपने जानने वाले एजेंटों, अमित निवासी पानीपत और योगेश कुमार निवासी हिसार से पासपोर्ट पर जाली वीजा प्राप्त किया था, क्योंकि दोनों ने पंजाब और हरियाणा में अपने जानने वाले एजेंटों से 20 लाख रुपये में जाली कनाडाई स्टिकर वीजा की व्यवस्था की थी. लंबी जांच के बाद आखिर पुलिस ने ट्रेवल एजेंटों अमित कुमार और योगेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया, उन्होंने खुलासा किया कि वे पिछले 1 साल से एक और एजेंट वरुण चौहान उर्फ अरुण शर्मा उर्फ शर्मा जी और उसके सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे थे. वे कमीशन एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं और वो एजेंट वरुण चौहान के पास ऐसे यात्रियों को खोजकर लाते थे जो अवैध तरीकों से विदेश जाने के इच्छुक थे.
पूछताछ में पता चला कि आरोपी वरुण चौहान पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड है. पुलिस टीम ने किसी तरह उसके पासपोर्ट के डिटेल्स हासिल किये और आरोपी का लुक आउट सर्कुलर जारी किया. 18 अगस्त 2022 को एजेंट वरुण चौहान को कोलकाता हवाई अड्डे पर उस समय रोका गया जब वह भारत से फरार होने के लिए थाईलैंड जाने की कोशिश कर रहा था. तुरंत एक टीम भेजी गई और उसे कोलकाता एयरपोर्ट पर पकड़ लिया , एजेंट ने खुलासा किया कि वह एक आईटी स्नातक है और ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी के साथ मर्चेंट नेवी का एक पूर्व नाविक है, लेकिन उसने वह नौकरी छोड़ दी क्योंकि उसे सूचना प्रौद्योगिकी में बहुत रुचि थी और वह कई वेब एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर बनाने में माहिर था.
जानकारी के मुताबित ये शख्स कनाडा, वियतनाम और रूस जैसे देशों नौकरी की चाहत रखने वाले के नकली दस्तावेज बनाता था ,वो वेबसाइटों को हैक करने में माहिर है. जांच में पता चला कि फिलहाल वरुण के पास भारत, नेपाल, अफगानिस्तान और कुछ अफ्रीकी देशों के यात्री उसके संपर्क में थे क्योंकि उसने विदेश में बसने और वहां भेजने के लिए कई ऑनलाइन विज्ञापन दिए थे और वेबसाइट बनाई थीं. उसने एक एजेंट क्रुणाल कुमार शाह और अन्य की मदद से फर्जी वीजा की व्यवस्था की थी. एजेंट क्रुणाल कुमार शाह और उसके सहयोगियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के और प्रयास किए जा रहे हैं. एजेंट का बरामद लैपटॉप और मोबाइल फोन डेटा प्राप्त करने और फोरेंसिक विश्लेषण के लिए एफएसएल को भेजा जा रहा है.
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आरोपी अमित कुमार पानीपत का रहने वाला है और स्टेट लेबल का कबड्डी का खिलाड़ी है,आरोपी योगेश कुमार हिसार का रहने वाला है और गायक और डिस्क जॉकी है,आरोपी वरुण चौहान लुधियाना का रहनेवाला है उसने कलिंग विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ से आईटी से स्नातक किया है याऔर मर्चेंट नेवी का पूर्व नाविक है,ये सभी एजेंट हरियाणा और पंजाब में अपने साथियों के साथ धोखाधड़ी कर कनाडाई वीजा की व्यवस्था करने में शामिल हैं. वे पंजाब और हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे हैं और लोगों को अनुचित तरीकों से विदेशों में बसने में सुविधा प्रदान करते हैं. इस मामले की जांच की जा रही है.
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