WTC Final: यह टीम पहुंचा सकती है भारत को नुकसान, जानें फाइनल के लिए टीम रोहित को चाहिए कितनी जीत

WTC Final: न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में मिली हार के बाद टीम रोहित पर एक अलग तरह का ही दबाव आ गया है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
Ind vs Nz 2nd Test: टीम इंडिया पुणे में दूसरे टेस्ट में दबाव के साथ मैदान पर उतरेगी
नई दिल्ली:

India vs New Zealand: करोड़ों भारतीय फैंस बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ (Ind vs Nz) पहले टेस्ट में भारत की जीत की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन हुआ एकदम उलट. यह सही है कि हार के बावजूद प्वाइंट्स टेबल (WTC Points Table) में  भारत की पहली पायदान बरकरार है, लेकिन जीत प्रतिशत पर असर पड़ा है. बता दें कि यह जीत प्रतिशत ही, जो किसी भी टीम की पायदान तय करता है. फिलहाल टीम इंडिया 12 मैचों में 8 जीत, 3 हार, 1 ड्रॉ से 98 प्वाइंट्स और 68.06 प्रतिशत के साथ नंबर एक पायदान पर है, लेकिन यहां एक टीम है, जो उसके फाइनल के आसार प्रभावित कर सकती है. चलिए आपके सामने हम सारे समीकरण रखते हैं बारी-बारी से.

 न्यूजीलैंड दूसरा टेस्ट ऐसे डालेगा असर

अगर भारत पुणे टेस्ट जीत जाता है, तो उसके 110 अंक के साथ ही जीत प्रतिशत भी 70.51 हो जाएगा, तो वहीं ड्रॉ मैच उसके अंकों को 102 करेगा, तो जीत प्रतिशत में मामूली इजाफा होगा, जो 65.38 हो जाएगा. वहीं, न्यूजीलैंड की जीत भारत और ऑस्ट्रेलिया (62.50 %) के बीच बहुत ही कम कर देगी.पुणे में भारत की हार से उसका जीत प्रतिशत 62.82 रह जाएगा, तो उस पर नंबर एक पायदान गंवाने का खतरा भी बढ़ जाएगा. साफ है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ अगले दो टेस्ट अब भारत के लिए बहुत ही अहम हो चुके हैं.

श्रीलंका कर सकती है आसार को प्रभावित

न्यूजीलैंड के साथ श्रीलंका भी नजदीकी मुकाबला कर रहा है. श्रीलंका का जीत प्रतिशत 55.56 % है. और अगर आने वाले मैचों में श्रीलंका बेहतर करता है, तो यह टीम भारत के लिए खतरा बन सकती है. भारत को उसके मैचों पर नजदीकी नजर रखनी होगी. भारत के यहां से सात टेस्ट मैच  बाकी बचे हैं और टीम इंडिया दो से ज्यादा मैचों में हार वहन नहीं कर सकती. साफ है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज बहुत कुछ तय करेगी. और यह बात दोनों ही देशों पर लागू होती है. यहां से भारत के लिए चार जीत और दो ड्रॉ उसे WTC Final का टिकट दिला देगा.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Pahalgam Terror Attack में आंतकी की फोटो लेने वाली महिला आई सामने
Topics mentioned in this article