अपनी बात रखते हुए गेंदबाजी कोच ने कहा, "जब आपके पास कोई ऐसा हो जो आपकी टीम की गेंदबाजी में मदद कर सके, तो यह अच्छा है. मैंने अंडर-19 के दिनों से तिलक और यशस्वी को गेंदबाजी करते देखा है. वे अच्छे गेंदबाज बनने में सक्षम हैं. वे इस स्तर पर इस पर काम कर सकते हैं. जब आपको इस तरह के विकल्प मिलते हैं, तो उन्हें पाकर अच्छा लगता है. उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द ही गेंदबाजी करते देखेंगे, हम इस पर काम कर रहे हैं, समय तो लगेगा..जल्द ही, हम उन्हें कम से कम एक ओवर गेंदबाजी करते हुए देखेंगे."
इसके अलावा म्हाम्ब्रे ने मुकेश कुमार की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया. म्हाम्ब्रे ने शुक्रवार को कहा, "वह जिस तरह से प्रगति कर रहा है, उससे बहुत खुश हूं, उसकी सोच, हमने उससे जो चर्चा की थी और खेल के प्रति उसका रवैया बहुत ही शानदार है" उन्होंने कहा, "आपको ऐसे ही खिलाड़ी की जरूरत है जो यहां एक दौरे पर आये, कड़ी प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ अलग से विकेट पर खेले जो कभी भी आसान नहीं होता. लेकिन उसने जिस तरह की गेंदबाजी की है और जो जज्बा दिखाया है, उससे हम काफी खुश हैं"
म्हाम्ब्रे ने कहा, "हम जानते हैं कि वह सभी तीनों प्रारूपों में खेलने की काबिलियत रखता है, लेकिन हमें उसके कार्यभार प्रबंधन में काफी स्मार्ट होना होगा, उसने काफी घरेलू क्रिकेट खेला है और अपनी गेंदबाजी में निखार किया"
कैरेबियाई सरजमीं की धीमी विकेट की तुलना करते हुए गेंदबाजी कोच को अमेरिका की पिच के बल्लेबाजों के मददगार होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, "यह थोड़ी अलग है, यहां की मिट्टी काली है जैसी भारत के उत्तरी हिस्से की होती है,यह बल्लेबाजी के लिए अच्छा विकेट होने वाला है, गेंद सीधे बल्ले पर आयेगी .हमने नेट में यही देखा था, लगता है कि यह बड़े स्कोर वाला मैच होगा"
भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में अब भी वेस्टइंडीज से 1-2 से पिछड़ रही है लेकिन म्हाम्ब्रे को टीम की वापसी का पूरा भरोसा है. (भाषा के साथ)
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