भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) में कप्तानी का परिवर्तन हमेशा सहज नहीं होता है. यह काफी कठिन हो जाता है, जब आपके पास एक अनुभवी कप्तान होने के साथ साथ एक मजबूत उम्मीदवार भी होता है. इसका एक उदाहरण तो अभी देखने को मिल रहा है. देखा जाए तो बीसीसीआई की तरफ से इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि हार्दिक पंड्या भारत की टी-20 टीम की कप्तानी संभालेंगे या रोहित ही बने रहेंगे. हालांकि हार्दिक ने खुद ऐसे बयान दिए हैं जो इसकी ओर इशारा कर रहे हैं कि टी20 में वे ही टीम इंडिया की बागडोर संभालेंगे. दूसरी ओर, तीनों फॉर्मेट के कप्तान रोहित शर्मा ने बयान दिया है कि उन्होंने अपने टी20 भविष्य पर अभी फैसला नहीं किया है. ऐसे में फिलहाल तो कुछ भी साफ नज़र नहीं आ रहा है.
जब कप्तानी को लेकर विराट थे उत्सुक
लेकिन आपको बता दें कि साल 2014-15 के समय जब धोनी ने टेस्ट कप्तानी छोड़ी तब विराट कप्तान (Virat Kohli Captaincy) बने, जिसके बाद वे धोनी के नेतृत्व वाली सीमित ओवरों की भारतीय टीम की कप्तानी करने को लेकर आतुर थे. ऐसी स्थिति से टीम में दो मत बन सकते थे, लेकिन कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri On Virat Kohli Captaincy) ने कोहली का मार्गदर्शन करते हुए स्थिति को समझदारी से संभाल लिया. इस बात का खुलासा उस समय भारतीय टीम के फील्डिंग कोच रहे आर श्रीधर ने क्रिकेट राइटर आर कौशिक के साथ मिलकर लिखी अपनी नई किताब 'कोचिंग बियॉन्ड- माई डेज विद द इंडियन क्रिकेट टीम' में किया है.
जब रवि शास्त्री ने फोन कर विराट को दी थी सलाह
आर श्रीधर (R. Sridhar) ने इस बात की ओर ध्यान खिंचवाया है कि "कैसे टेस्ट टीम का कप्तान बन जाने के बाद भी कोहली व्हाइट बॉल क्रिकेट का कप्तान बनने के लिए उत्सुक थे. पूर्व फिल्डिंग कोच ने लिखा कि “साल 2016 में एक समय था जब विराट सफेद गेंद वाली टीम का भी कप्तान बनने के लिए उत्सुक थे. उन्होंने कुछ ऐसी बातें कही जिससे पता चलता है कि वह कप्तानी की तलाश कर रहे थे." लेकिन शास्त्री ने इसमें हस्तक्षेप किया और कोहली को सलाह दी कि वह धोनी के खुद व्हाइट बॉल क्रिकेट की कमान सौंपने का इंतजार करें. "एक शाम, रवि ने विराट को फोन किया और कहा, 'देखो, विराट, एमएस ने तुम्हें रेड-बॉल की कप्तानी दी है ना, आपको उनका सम्मान करना होगा. वह आपको सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी मौका देगा, जब समय सही होगा. तब तक अगर आप उनका सम्मान नहीं करते हैं, तो क्योंकि कल को जब आप कप्तान होंगे तो आपको भी अपनी टीम से सम्मान नहीं मिलेगा. आप उनका सम्मान करें, चाहे कुछ भी हो रहा हो. चीज़ें आपके पास आएंगी, आपको इसके पीछे भागने की ज़रूरत नहीं है".
15 जनवरी 2022 को विराट ने छोड़ी थी टेस्ट कप्तानी
बता दें कि टी20 विश्व कप 2021 में भारत की हार के बाद विराट ने भारतीय टी20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी. लेकिन वे भारतीय वनडे और टेस्ट टीम की कप्तानी जारी रखना चाहते थे लेकिन बीसीसीआई ने व्हाइट और रेड बॉल क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान नहीं हो सकते इसका हवाला देकर विराट से वनडे की कप्तानी छीन ली, जिसके बाद 15 जनवरी 2022 को साउथ अफ्रीका दौरे के बाद विराट ने भारत की टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी.
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