'विराट और रोहित को वनडे से दूर रखा जाए', पूर्व सेलेक्टर ने विस्तार से बताई वजह

हाल ही में रोहित और विराट को लेकर बीसीसीआई के सूत्रों से खबर आने के बाद इन दोनों को लेकर बयानबाजी ने गति पकड़ ली है. और अब पूर्व सेलेक्टर ने बहुत ही अहम बात कही है

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BCCI on kohli & virat: दोनों दिग्गजों को लेकर अलग-अलग खबर चल रही है
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  • बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार रोहित शर्मा और विराट कोहली वनडे क्रिकेट के भविष्य पर जल्द फैसला करेंगे
  • देवांग गांधी ने कहा कि यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ियों को वनडे टीम में मौका देना चाहिए
  • विराट कोहली और रोहित शर्मा की विदाई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी तीन मैचों की वनडे सीरीज में हो सकती है
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हाल ही में बीसीसीआई (BCCI) के सूत्रों से दिग्गज रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) के जल्द ही वनडे के भविष्य में फैसला लेने की खबरें आने के बाद अलग-अलग तरह की चर्चाएं और बयानबाजी देखने को मिल रही है. वहीं, इसी खबर के बाद विराट ने तो प्रैक्टिस भी शुरू कर दी. और इसके बाद ऐसी भी खबर आई कि अक्तूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज दोनों दिग्गजों की विदाई सीरीज होगी. वहीं, अब पूर्व सेलेक्टर और भारत के लिए कुछ मैच खेल चुके देवांग गांधी ने कहा है कि यह सही है कि फॉर्म कोहली और रोहित के साथ है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि दोनों ही बीसीसीआई की भविष्य की वनडे प्लानिंग से बाहर हो गए हैं. उन्होंने कहा कि इन दोनों को यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ियों को जगह देने के लिए वनडे से अलग हो जाना चाहिए. 

गांधी ने एक अखबार से बातचीत में कहा, 'जायसवाल, ऋषभ पंत और साई सुदर्शन जैसे खिलाड़ी यह साबित कर चुके हैं कि वह कितनी अच्छी तरह से खुद को समायोजित कर सकते हैं, तो आप इन खिलाड़ियों को इन्हें कैसे बाहर बैठाओगे?.' उन्होंने कहा, 'बड़ा बदलाव टी20 से टेस्ट का है.जब एक बार बल्लेबाज टेस्ट में अच्छा करता है और उसकी खेल शैली आक्रामक है, तो वनडे उसके लिए  आसान होना जाता है. यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि सेलेस्टर और टीम प्रबंधन  साथ बैठे और इस बाबत फैसला ले.'

हालांकि, बीसीसीआई ने इस बारे में कोई आधिकारिक फैसला नहीं लिया है. लेकिन ऐसी खबरें है कि अगर ये दोनों अपना फिफ्टी-फिफ्टी करियर आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो दोनों को घरेलू विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट में खेलना होगा. मगर, गांधी ने कहा कि यह बात भी ठीक नहीं है कि युवाओं को कोहली और रोहित के फ्लॉप होने की सूरत में ही विश्व कप के  लिए तैयार किया जाए

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गांधी ने कहा, 'अगर करीब एक साल में इन दोनों में से कोई एक फ्लॉप होता है और हमें विकल्प की जरूरत पड़ती है, तो ऐसे टम में  प्रबंधन के पास भूमिका विशेष के लिए किसी खिलाड़ी को तैयार करने का पर्याप्त समय नहीं होगा.' पूर्व सेलेक्टर ने कहा, 'इसमें कोई किसी को शक नहीं है कि रोहित और विराट का योगदान बहुत ही बड़ा है, लेकिन समय किसे के लिए भी इंतजार नहीं करता.'
 

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