Virat Kohli on Career Toughest Pitch: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 से पहले भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी पर बात की है. विराट ने साल 2018-19 सीरीज के दौरान शतक को अपना पसंदीदा बताया. विराट, एक खिलाड़ी जिसे अक्सर ऑस्ट्रेलियाई धरती पर हमेशा सराहा जाता है, जब भी वह ऑस्ट्रेलिया जाते है वो लगातार सुर्खियाँ बटोरते हैं, लेकिन यह सीरीज सुपरस्टार के लिए एक निर्णायक मौके का काम करेगी. उन्हें फॉर्म हासिल करने और तकनीकी संघर्षों पर काबू पाने की दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जबकि प्लेइंग इलेवन में कदम रखने के लिए तैयार उभरती प्रतिभाओं के दबाव के बीच टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाए रखना है.
कोहली ने बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में कहा, "ऑस्ट्रेलिया में मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी निश्चित रूप से 2018/19 सीरीज में पर्थ में मेरा शतक है. मुझे लगा कि वह सबसे कठिन पिच थी जिस पर मैंने खेला. उस विकेट पर शतक बनाना शानदार था." हालाँकि, यह सीरीज ऐसे समय में आ रही है जब कोहली अपने सर्वश्रेष्ठ से बहुत दूर हैं. इस साल 19 अंतरराष्ट्रीय मैचों में, 80 बार शतक जड़ने वाले कोहली ने 20.33 के बेहद कम औसत से सिर्फ 488 रन बनाए हैं, जिसमें 25 पारियों में केवल दो अर्धशतक और 76 का शीर्ष स्कोर शामिल है. टेस्ट क्रिकेट में उनकी गिरावट विशेष रूप से निराशाजनक रही है, क्योंकि उनका वर्तमान फॉर्म 2016 और 2019 के बीच हासिल की गई ऊंचाइयों से बिल्कुल अलग है.
उस दौरान, कोहली ने टेस्ट में 66.79 के असाधारण औसत से 4,208 रन बनाए, जिसमें 16 शतक, 10 अर्द्धशतक और कप्तान के रूप में रिकॉर्ड सात दोहरे शतक शामिल हैं. हालांकि, 2020 से, उन्होंने सबसे लंबे प्रारूप में संघर्ष किया है, 34 टेस्ट में 31.68 के औसत से सिर्फ 1,838 रन बनाए हैं, जिसमें केवल दो शतक और नौ अर्द्धशतक शामिल हैं. इस साल बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीजन के दौरान उनका खराब फॉर्म और भी उजागर हुआ, जहां उन्होंने 10 पारियों में 21.33 की औसत से सिर्फ 192 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल था.
फॉर्म में इस गिरावट ने उन्हें एक दशक में पहली बार ICC पुरुष टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग के शीर्ष 20 से बाहर कर दिया. आलोचक टीम में कोहली की जगह पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया अक्सर उनके लिए वापसी का मंच रहा है. यह देखना बाकी है कि क्या वह इस सीरीज में एक और वापसी कर पाते हैं. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 22 नवंबर को पर्थ में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी. दूसरा टेस्ट, जो कि दिन-रात का मैच है, 6 से 10 दिसंबर तक एडिलेड ओवल में दूधिया रोशनी में खेला जाएगा. तीसरा टेस्ट 14 से 18 दिसंबर तक ब्रिस्बेन के गाबा में होगा. प्रतिष्ठित बॉक्सिंग डे टेस्ट 26 से 30 दिसंबर तक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद 3 से 7 जनवरी तक सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में श्रृंखला का समापन होगा. पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला एक रोमांचक प्रतियोगिता और नाटकीय समापन का वादा करती है.