वर्ल्ड कप 2023 में 'किंग कोहली' : विराट ने चकनाचूर किए कई रिकॉर्ड, और कई नए बनाए

क्रिकेट विश्व कप 2023 में भी कोहली ने ऐसा 'विराट' प्रदर्शन किया है, जिसकी तुलना तक किसी से नहीं हो सकती, क्योंकि उन्होंने बहुत-से नए रिकॉर्ड बनाए, और कुछ तो ऐसे थे, जिनके टूट जाने की कल्पना तक करना खेलप्रेमियों और विश्लेषकों को व्यर्थ लगता था.

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पिछले एक दशक से भी अधिक वक्त से टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी का भार अपने कंधों पर उठाए चल रहे विराट कोहली किसी परिचय के मोहताज नहीं, क्योंकि उनका बल्ला लगातार अपना परिचय देता चलता रहता है, और हिन्दुस्तान ही नहीं, समूची दुनिया के कानों में उस बल्ले की गूंज सुनाई देती रहती है.

क्रिकेट विश्व कप 2023 में भी कोहली ने ऐसा 'विराट' प्रदर्शन किया है, जिसकी तुलना तक किसी से नहीं हो सकती, क्योंकि उन्होंने बहुत-से नए रिकॉर्ड बनाए, और कुछ तो ऐसे थे, जिनके टूट जाने की कल्पना तक करना खेलप्रेमियों और विश्लेषकों को व्यर्थ लगता था.

विराट ने ठोके तीन सैकड़े, छह पचासे...
आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में खेले 11 मैचों की 11 ही पारियों में तीन बार नाबाद रहकर विराट ने 95.63 की शानदार औसत से कुल 765 रन बनाए, जिनमें तीन सैकड़े और छह पचासे शामिल थे. विराट के इसी अभूतपूर्व प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया अपने इतिहास में पहली बार बिल्कुल अविजित रहकर वर्ल्ड कप के फ़ाइनल तक पहुंच सकी, हालांकि इसमें कई साथी खिलाड़ियों का भी योगदान रहा. विराट कोहली के 765 रन इतिहास में किसी भी एक विश्व कप के दौरान किसी भी खिलाड़ी द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर के नाम था, जिन्होंने एक ही वर्ल्ड कप में 653 रन ठोके थे.

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11 में से नौ पारियों में ठोके 50 से ज़्यादा रन...
विराट कोहली ने टूर्नामेंट में कुल मिलाकर सिर्फ़ 9 छक्के जड़े, लेकिन 68 चौके लगाए, और सिर्फ़ एक बार बिना खाता खोले पैवेलियन लौटे. कुल 11 में से नौ पारियों में विराट के बल्ले ने 50 या उससे ज़्यादा रन बनाए, जो अभूतपूर्व है. वर्ल्ड कप में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 16 रन बनाकर आउट हो जाने वाले विराट कोहली इंग्लैण्ड के ख़िलाफ़ सिर्फ़ एक बार शून्य पर पैवेलियन लौटे.

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90 से ऊपर रहा समूचे वर्ल्ड कप में विराट का स्ट्राइक रेट...
विराट कोहली के इस 'न भूतो न भविष्यति' प्रदर्शन की एक खासियत उनका स्ट्राइक रेट भी रही. सीमित ओवरों के खेल में गेंदें खराब करना जुर्म माना जाता है, और हमेशा तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आने के बावजूद (यानी टीम को स्थिर करने की ज़िम्मेदारी कंधों पर उठाकर) उन्होंने तेज़ गति से बल्ला घुमाया, और टूर्नामेंट में उनका ओवरऑल स्ट्राइक रेट 90.31 रहा.

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सचिन तेंदुलकर को छोड़ दिया पीछे...
इसके अलावा, विराट ने इसी वर्ल्ड कप के दौरान तीन शतक भी ठोके, जबकि इस टूर्नामेंट से पहले उनके नाम 47 शतक थे, और वह एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज़्यादा शतक ठोकने के मामले में सचिन तेंदुलकर से दो शतक पीछे थे. इस टूर्नामेंट में लगाए तीन शानदार शतकों की बदौलत न सिर्फ़ सचिन पीछे छूट गए हैं, बल्कि अब वन-डे शतकों के मामले में दुनियाभर में विराट कोहली से आगे कोई नहीं है.

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