विराट कोहली मौजूदा समय के सबसे बड़े क्रिकेटर्स में से एक हैं. दुनिया भर की उनकी फैन फॉलोइंग किसी से छिपी नहीं है. विराट कोहली (Happy Birthday Virat Kohli) आज यानि 5 नवंबर को 34 साल के हो गए हैं. लेकिन उनका कद विश्व क्रिकेट में कितना बड़ा इसे बताने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये तो जगजाहिर ही है. साथ ही बता दें कि विश्व भर में इंस्टाग्राम पर विराट कोहली दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले क्रिकेटर हैं. उनके आस पास क्रिकेट जगत का बड़े से बड़ा नाम भी नहीं है. विराट कोहली फिलहाल जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं. भारत की तरफ से अब अब तक वे सबसे ज्यादा रन इस विश्व कप में बना चुके हैं. भारत के इस स्टार बल्लेबाज़ की गिनती विश्व के महानतम क्रिकेटर्स में होती है. लेकिन एक दौर ऐसा आता है जब महान व्यक्ति भी कई बार गलतियां कर बैठता है.
ऐसा ही कुछ विराट कोहली (Virat Kohli Interview) के साथ भी हुआ था. एक इंटरव्यू के दौरान विराट ने खुद ज़िक्र किया कि कैसे उन्हें बुरी आदतें लग चुकी थी, फिटनेस पर ध्यान नहीं था. इसी बीच एक ऐसा दिन आता है जब विराट पूरी तरह से बदल जाते हैं.
विराट ने बताया कि " मुझे याद है कि मैं अपने खाने पीने और फिटनेस को लेकर बिल्कुल भी अनुशासित नहीं था. मैं
साल 2008, 09, 10, 11 तक आईपीएल और 2012 में नेशनल टीम में उच्च स्तर पर खेल रहा था लेकिन मुझे कामयाबी नहीं मिल रही थी, जैसे कि कुछ महानतम खिलाड़ियों को मिली." विराट ने आगे कहा कि आईपीएल 2012 एक बार फिर मेरे लिए बहुत ही खराब रहा, क्योंकि मेरी खाने पीने की आदतें बहुत बिगड़ चुकी थी. इसके बाद मैं अपने रूम में आया, शॉवर लेते हुए मैंने खुद को शीशे में देखा, और यही बात मुझे चुभ गई. क्योंकि मैं अच्छा नहीं कर रहा था और टीम (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) भी अच्छा नहीं कर रही थी."
"उस समय मुझे महसूस हुआ कि मेरे अंदर कितनी बुरी आदतें हैं. बहुत कम ऐसा होता है जब हमारी बुरी आदतों के बारे में लोग हमें बताएं. लेकिन इस समय एक आवाज़ मेरे अंदर से आई. मैंने एक बार फिर अपने आप को शीशे में देखा और कहा कि मैं ऐसा नहीं दिख सकता. क्योंकि एक इंटरनेशनल क्रिकेटर होने के नाते आप ऐसे नज़र नहीं आ सकते. मैंने खुद से कहा कि इन बुरी आदतों के साथ मैं आगे कैसे खेल पाऊंगा?"
"बस उसी समय मैंने निर्णय लिया और खुद को पूरी तरह से बदल दिया. खाने पीने से लेकर सब कुछ. रोजाना 2 घंटे जिम में जाकर पसीना बहाने लगा. सप्ताह में सिर्फ एक दिन का आराम लेता था, बिना चर्बी वाला खाना, मैं जंक फूड से बिल्कुल दूर हो गया. कभी गुस्ताखी नहीं की और इसके बाद 8 से 9 महीने में ही मैंने अपना 6 से 7 किलो वजन कम किया. और अभी से ही मुझे वास्तव में फिटनेस का नशा हो गया."
मैंने रिजल्ट्स मैदान पर भी देखे, मैंने पाया कि मैं खुद और ज्यादा चुस्त, हल्का और फोकस महसूस करने लगा हूं. तब मैंने सोचा कि यही वो रास्ता है जिस पर मुझे चलना है. जब ये सब कुछ हुआ उससे पहले मैं दरअसल साल 2011 से 2012 के दौरान 13 महीने के लिए टीम से बाहर हुआ था. यही वो समय था जब मैं बहुत बहुत और बहुत ज्यादा एकाग्रचित (फोकस्ड) हो गया था. मैं खुद से कहता था कि मुझे टीम में वापिस जाना है, मुझे टीम में वापिस जाना है. मेरी परफॉर्मेंस भी उसके बाद बेहतर हुई कि सिलेक्टर्स भी मुझे इग्नोर नहीं कर सके फिर मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. वो दिन है और आज का दिन है मैं फिर कभी टीम इंडिया से बाहर नहीं हुआ."
बता दें कि विराट कोहली मौजूदा समय में विश्व के सबसे प्रभावशाली क्रिकेटर्स में से एक हैं. उनके नाम और उनकी बेहतरीन पारियों का डंका विश्व में बोलता है. लेकिन उनकी ये कहानी बताती है कि अगर कुछ कर गुजरने का जज़्बा आपके अंदर है तो आपको कामयाब होने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती.