big revelation on vinod kambli: पूर्व दिग्गज बल्लेबाज विनोद कांबली (Vinod Kambli) का जीवन तमाम युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा उदाहरण है कि किसी उभरते हुए खिलाड़ी को क्या करना चाहिए, क्या नहीं. अब कांबली को लेकर साल 1992 में सचिन का यार्कशायर काउंटी से अनुबंध कराने वाले सोली एडम्स ने लेफ्टी बल्लेबाज को लेकर बड़ा खुलासा किया है. दरअसल उस समय कांबली पहले से ही इंग्लैंड में थे. और उन्होंने वहां लोकल क्लब से खेलकर काफी प्रसिद्धि हासिल की थी. इस दौरान उनके काफी दोस्त भी बन गए थे. सोली ने बताया कि उन दिनों कांबली ने पार्टटाइम जॉब का ऑफर ठुकरा दिया था.
सोली ने एक भारतीय अखबार से बातचीत में बताया, 'एक दिन हम 10 खिलाड़ी बैठे हुए थे. विनोद और सचिन को छोड़कर सभी खिलाड़ी पार्टटाइम जॉब किया करते थे. ऐसे में मुंबई के एक क्रिकेटर ने कांबली से सवाल किया कि अब जबकि उम्हें प्रति मैच 25 पाउंड मिलते हैं, तो तुम सोली की किसी एक जगह पर पार्टटाइम जॉब क्यों नहीं करते.'
सोली ने बताया, 'तब विनोद ने बिना एक मिनट भी सोचे कहा कि वह और सचिन टेस्ट क्रिकेट से पैसा बनाएंगे.मैं पार्टटाइम जॉब करके अपना ध्यान बांटना नहीं चाहता. यह बहुत ही असाधारण रवैया था. उनका आत्मविश्वास शानदार था. वह बहुत ही युवा थे. वह टेस्ट बल्लेबाज से काफी दूर थे, लेकिन उनमें बहुत ही ज्यादा कॉन्फिडेंस था'
उन्होंने बताया,'जब विनोद वापस भारत लौटे, तो उन्होंने सारा का सारा पैसा अपने पिता से ले लिया और इसके अपने दोस्तों के साथ खर्च कर दिया. विनोद ने कभी पैसों की परवाह नहीं की और न ही चीजों के प्रति उनका सम्मान का रवैया था.' एक वक्त कांबली ने ऐसी धमाकेदार शुरुआत की थी कि दुनिया का फोकस कांबली पर सिमट गया था. लेकिन वक्त का पहिया आगे घूमने के साथ ही कांबली के करियर का भी पतन होता गया. और पिछले साल दिसंबर में गुरु रमाकांत अचरेकर के जन्मदिन पर आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम में जो तस्वीरें सामने आईं, वो सभी को हैरान कर गईं. बहुत ही ज्यादा खराब स्वास्थ्य के बाद कई दिग्गज कांबली की मदद के लिए आगे आए.