एक तरफ फिलिस्तीन और हमास के बीच पिछले कुछ महीनों से युद्ध चल रहा है, तो इसका असर खेलों की दुनिया में भी देखने को मिल रहा. आम तो आम अब खास भी विरोध प्रदर्शित करने के लिए बड़े मंचों का सहारा ले रहे हैं. ज्यादा दिन पहले की बात नहीं है, जब World Cup 2023 मैच के दौरान एक प्रशंसक विरोध जाहिर करने पिच पर विराट कोहली (Virat Kohli) के नजदीक पहुंच गया था, तो वहीं अब कुछ ऐसा ही पाकिस्तान की घरेलू क्रिकेट में देखने को मिला है. विकेटकीपर-बल्लेबाज आजम खान (Azam Khan) कराची में नेशनल टी20 कप (National T20 Cup) के मैच के दौरान अपने बल्ले पर फिलिस्तनी का झंडा लगाया. निश्चित तौर पर यह क्रिकेट की आचार संहित के हिसाब से ड्रेस एंड इक्वीपमेंट के कोड ऑफ कंडक्ट का साफ तौर पर उल्लंघन था, जो इरादतन किया गया था.
सभी बल्लों पर ऐसे स्टिकर
पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार आजम खान ने अपने बल्ले पर फिलिस्तीन के झंडे को प्रदर्शित किया. साथ ही, खिलाड़ी ने मैच अधिकारियों को सूचित भी किया कि उसके सभी बल्ले पर ऐसे ही स्टिकर चिपके हुए हैं. यह घटना कराची व्हाइट्स और लाहौर ब्लूज के बीच कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए मैच के दौरान घटी
झेलनी पड़ी यह सजा
जाहिर है कि आजम खान को इस इरादतन अपराध की सजा तो मिलनी ही थी. और मैच रैफरी ने आजम की कुल मैच का पचास फीसद जुर्माना सजा के तौर पर लगाया. उन्होंने क्लोदिंग एंड इक्वीपमेंट कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन का दोषी पाया गया.
हम आईसीसी के नियम मानने को बाध्य: PCB
पीसीबी ने जारी बयान में कहा, 'युवा बल्लेबाज पर मैच फीस का पचास प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. पहले भी उन्हें चेतावनी दी गई थी कि वे बिना मंजूरी के बल्ले पर कोई स्टिकर न लगाएं क्योंकि यह ICC की परिधान और उपकरण नीति का उल्लंघन है. और पीसीबी इसका पालन करने को बाध्य है. रिपोर्ट के अनुसार आजम ने पिछले दो मैचों में भी बल्ले पर यह स्टिकर लगाया था, लेकिन उन्होंने इसकी सूचना नहीं दी थी. और अधिकारियों ने भी उन्हें चेतावानी नहीं दी थी.