- टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने ब्रोंको टेस्ट को रोहित शर्मा को बाहर करने की साजिश बताया है
- ब्रोंको टेस्ट को टीम के नए स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियान ले राउक्स के सुझाव पर कराया जा रहा है
- 'यह टेस्ट रोहित शर्मा के लिए मुश्किलें पैदा करेगा और 2027 विश्व कप से बाहर कर सकता है'
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी पूर्व में हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को लेकर कासे मुखर बयान देते रहे हैं, लेकिन अब पूर्व क्रिकेटर ने वर्तमान टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों के लिए आयोजित होने जा रहे 'ब्रोंको टेस्ट' को रोहित (Rohit Sharma) से जोड़कर बड़ी बात कह दी है. जानकारी के मुताबिक यह नया फिटनेस टेस्ट टीम के नये स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियान ले राउक्स के सुझाव पर कराया जा रहा है, लेकिन मनोज तिवारा का कहना है कि ब्रोंको टेस्ट रोहित को टीम इंडिया से बाहर करने की साजिश है. मनोज तिवारी ने यह बात ऐसे समय की है, जब रोहित और विराट कोहली दोनों ही साल 2027 विश्व कप में खेलने की तैयारी कर रहे हैं और BCCI भी इनके खिलाफ कुछ भी साफ-साफ बोलने से बच रहा है.
वर्तमान कप्तान रोहित की राह में ब्रोंको टेस्ट को मुश्किल बताते हुए तिवारी ने कहा कि यह टेस्ट रोहित के लिए बहुत मुश्किलें पैदा कर देगा. तिवारी ने एक निजी वेबसाइट से बातचीत करते हुए कहा कि इस टेस्ट का मकसद रोहित को 2027 विश्व कप से बाहर रखने के मकसद से शुरू किया जा सकता है.
तिवारी बोले, 'मुझे लगता है कि विराट कोहली को साल 2027 विश्व कप की प्लानिंग से बाहर रखना बहुत ही मु्श्किल होगा, लेकिन मुझे संदेह है कि वे प्लानिंग में रोहित को शामिल करेंगे. देखिए बात यह है कि जो भी भारतीय क्रिकेट में हो रहा है, उस पर मेरी बारीक नजर है.' तिवारी ने कहा, 'मेरा मानना है कुछ दिन पहले ही शुरू किए गए ब्रोंको टेस्ट रोहित शर्मा या उन खिलाड़ियों के लिए हैं, जिन्हें वे 2027 की प्लानिंग का हिस्सा नहीं बनाना चाहते. और यह टेस्ट इसी मकसद के साथ शुरू किया गया है.'
तिवारी ने कहा, 'भारतीय क्रिकेट द्वारा अभी तक अमल में लाए गए फिटनेस टेस्टों में ब्रोंको टेस्ट सबसे मुश्किल होने जा रहा है. लेकिन सवाल यह है कि यह इसी समय क्यों? यह उस समय क्यों लागू नहीं किया गया, जब नए कोच के मार्ग-दर्शन में पहली टेस्ट सीरीज खेली गई थी? यह ब्रोंको टेस्ट का आइडिया किसका है?.' तिवारी बोले, 'कुछ दिन पहले आखिर किसने इस टेस्ट की शुरुआत की? इसलिए यही वह सवाल है, जिसका मेरे पास कोई जवाब नहीं है. लेकिन मेरी समझ यह कहती है कि अगर रोहित ने अपनी फिटनेस पर बहुत कड़ी मेहनत नहीं की, तो यह उनके लिए बहुत ही मुश्किल होने जा रहा है.'