न्यूजीलैंड से 3-0 के सफाए की बात करोड़ों भारतीय फैंस को बिल्कुल भी हजम नहीं हो रही है.वास्तव में यह गुस्सा बहुत हद तक दीवाली के पटाखों के शोर तले दब गया, लेकिन मीडिया और पूर्व दिग्गजों के गु्स्से रूपी बम बीच-बीच में फूट रहे हैं. एक तरफ रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) से फैंस बहुत ही ज्यादा खफा हैं, तो अब हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को लेकर भी पिछले कई दिनों से अलग-अलग रिपोर्ट आ रही हैं. अब सनी गावस्कर ने भी यह कह दिया है कि अगर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे में अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है, तो उनसे भी सख्त सवाल पूछे जा सकते हैं. सनी इस बात से बिल्कुल भी हैरान नहीं हैं कि न्यूजीलैंड से हुए 3-0 से सफाए के बाद रोहित और गंभीर अहम सवालों से घिर गए हैं.
गावस्कर ने एक चैनल से बातचीत में कहा, "जब भी हार होती है, तो मैं सोचता हूं कि आपको हर बात देखते और जानते हो. आप देखते हैं कि दोष किए दिया जाए. और अन्य किसी बात से ज्यादा दोष या सवाल कप्तान और कोच को लेकर भी उठते हैं, लेकिन यह भी एक बात है कि ये कोच के शुरुआती दिन हैं", सनी बोले, "परिणाम अपने आप में सब कुछ कह देते हैं क्योंकि पहली बार हम श्रीलंका में भी हारे.अब न्यूजीलैंड ने 3-0 से हरा दिया. और जब तक ऑस्ट्रेलिया में हालात बेहतर नहीं होते, निश्चित रूप से वर्तमान के मुकाबले और सख्त सवाल पूछे जाएंगे."
क्या जल्द ही बड़े बदलाव दिखाई पड़ सकते हैं, पर गावस्कर ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद इसकी उम्मीद है. खासकर अगर ऑस्ट्रेलिया दौरे में बेहतर प्रदर्शन नहीं होता है, तो यह होगा ही होगा", उन्होंने कहा, "मैं कोई बड़ा बदलाव होते नहीं देखता, लेकिन जैसा मैंने कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद होे सकता है. और वह भी तब, जब हम बेहतर नहीं करते, लेकिन यह वही टीम है, जो देश के लिए हालिया समय में खासा गौरव लेकर आई है. साल की शुरुआत में भी टीम रोहित ने पहला टेस्ट हारने के बाद सीरीज में वापसी करते हुए आखिरी चार टेस्ट मैच जीते थे. मगर, इंग्लैंड के खिलाफ यह सीरीज बहुत ही खराब रही है. यह एक दुस्वप्न की तरह है. गावस्कर ने कहा, "यह सीरीज एक बुरा सपना ही है, लेकिन मैं अभी भी इस टीम से खासा आशावान हूं. मैं अभी भी कह रहा हूं कि हमें इस टीम का समर्थन करना है क्योंकि यह हमारी टीम है और हमें उनका पूरा समर्थन करना होता है, जिससे टीम बेहतर मनोदशा के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाए और जीत कर वापस आएं, जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने के लिए जरूरी है"