पर्थ में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहले T20I में खिलाड़ी आपस में भिड़ गए. हालांकि मामला स्लेजिंग का नहीं बल्कि कुछ और था. इस मैच में दोनों टीमों ने 200 रन बनाए. लेकिन इंग्लैंड मैच में विजयी हुआ, लेकिन एक घटना है जिससे इंग्लैंड के खिलाड़ी खुश नहीं होंगे, वो ये कि मार्क वुड को कैच लेने से रोकने की कोशिश करते हुए ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने 'मैदान को बाधा' डाली. जहां साफ दिख रहा था कि वेड की गलती है, वहीं इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने इस पर अपील नहीं करने का फैसला किया.
यह घटना ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के 17वें ओवर में हुई जब मेज़बान टीम 209 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. 22 गेंदों में 39 रनों की जरूरत थी, ऑस्ट्रेलिया अभी भी मैच जीत सकती थी. वेड स्ट्राइक पर थे, और डेविड वार्नर नॉन-स्ट्राइकर एंड पर थे क्योंकि वुड ने उन्हें शॉर्ट-पिच डिलीवरी डाली. ये वेड के लिए अजीब था, जोकि नहीं जानते थे कि गेंद उनके बल्ले से टकराकर कहां गई थी. उन्होंने सोचा कि वुड ने गेंद को आसानी से पकड़ लिया होगा, लेकिन जब देखा कि इंग्लैंड का तेज गेंदबाज बॉल को पकड़ने की जा रहा है, तो वेड ने अपना हाथ वुड के ऊपर रख दिया और उसे बॉल तक पहुंचने से रोक दिया.
इंग्लैंड के खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज की इस हरकत से खुश नहीं थे, लेकिन उन्होंने इसके खिलाफ अपील नहीं करने का फैसला किया. जब बटलर से मैच के बाद की घटना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं था कि वास्तव में क्या हुआ था, लेकिन अगर टी 20 विश्व कप में इस तरह की घटना को दोहराया जाता है तो वह अपील करेंगे. "मैं पूरे समय गेंद को देख रहा था, इसलिए मुझे यकीन नहीं था कि ऐसा होगा. सब लोग अपील करना चाहते थे, लेकिन मुझे लगा कि हम यहां लंबे समय से ऑस्ट्रेलिया में हैं, इसलिए ऐसा करना जोखिम भरा होगा. टी 20 विश्व कप में इस तरह की घटना को दोहराने पर अपील के बारे में पूछे जाने पर, बटलर ने कहा: "हो सकता है, हाँ".
इंग्लैंड ने सीरीज में 1-0 की बढ़त लेते हुए 8 रन से मैच जीत लिया. हालाँकि, अगर मैच का रिज़ल्ट इंग्लैंड के पक्ष में नहीं होता, तो वेड से जुड़े 'मैदान में बाधा उत्पन्न करने की घटना' बड़ा विवाद बन सकती थी.