अपने बच्चे की पीड़ा एक मां ही समझ सकती है और ठीक 405 दिन पहले एक ओवर में रिंकू सिंह के पांच छक्के झेलने के बाद यश दयाल (Yash Dayal) के कैरियर को बिखरता देख उनकी मां राधा दयाल बीमार हो गई थी लेकिन एक ओवर ने सब कुछ बदल दिया. रिंकू के बल्ले से हुई आतिशबाजी वाला वह ओवर दयाल के करियर के रास्ते बंद करने वाला भी हो सकता था लेकिन निर्मम सोशल मीडिया के बहाव में नहीं बहने वालों को पता था कि यह लड़का वापसी करेगा और उसने की भी. दयाल ने शनिवार को चेन्नई के खिलाफ (RCB vs CSK) खेले गए करो या मरो के मुकाबले में आईपीएल के महानतम फिनिशर्स महेंद्र सिंह धोनी और रवींद्र जडेजा के सामने एक ओवर में 17 रन नहीं बनने दिये. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को आईपीएल प्लेआफ में पहुंचाने वाला करिश्माई 20वां ओवर डालकर दयाल ने अपने और अपनी मां के हर जख्म पर मरहम लगा दिया. यहां तक कि रिंकू ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा ,‘यह ईश्वर की इच्छा थी.'
उस ओवर के बाद दयाल ने अपनी मां को वीडियो कॉल किया और पूछा,‘कैसा फील कर रही हो.' दयाल परिवार में देर रात तक जश्न चलता रहा. उनके पिता चंद्रपाल ने कहा कि उनके बेटे ने अपनी मां से कहा था कि उसे यकीन है कि वह एमएस धोनी को विजयी रन नहीं बनाने देंगे.' क्लब स्तर पर क्रिकेट खेल चुके चंद्रपाल 2019 में प्रयागराज में महा लेखाकार के कार्यालय से रिटायर हुए हैं. नौ अप्रैल को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम पर रिंकू सिंह के पांच छक्के झेलने वाले अपने बेटे के साथ वह चट्टान की तरह डटे रहे हैं.
उन्होंने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा, ‘वो डरावना सपना फिर से आ रहा था जब धोनी ने पहली गेंद पर छक्का लगाया, लेकिन मुझे भीतर से लग रहा था कि इस बार कुछ अच्छा होगा. यह उसकी कड़ी मेहनत का नतीजा है. ईश्वर की कृपा है.' पिछले साल गुजरात टाइटंस ने दयाल को रिलीज कर दिया, लेकिन आरसीबी ने उस पर भरोसा जताया. पिछले आईपीएल के बाद वह बीमार हो गया था लेकिन उसके पिता उसके प्रेरणास्रोत बने.
उन्होंने कहा,‘मैं उसे स्टुअर्ट ब्रॉड का उदाहरण देता था कि कैसे टी20 विश्व कप 2007 में युवराज सिंह के एक ओवर में छह छक्के गंवाने के बावजूद स्टुअर्ट ब्रॉड इतना महान गेंदबाज बना. मैंने यही कोशिश की कि वह मानसिक रूप से मजबूत बना रहे और अवसाद का शिकार नहीं हो.' दयाल ने वापसी के लिये फिटनेस और मानसिक दृढ़ता हासिल करने की कवायद में मीठा , आइसक्रीम और मटन कीमा तक खाना छोड़ दिया था.