विराट कोहली (Virat Kohli) के टी20 वर्ल्डकप के बाद टी20 फॉर्मेट में कप्तानी छोड़े जाने के बाद उनको वनडे टीम की कप्तानी से भी हटा दिया गया है. जिसको लेकर बाद में काफी बवाल भी मचा है. भारतीय टीम इस समय तीन टेस्ट और तीन वनडे मैचों के लिए साउथ अफ्रीका में है. ये दौरा टीम इंडिया के लिए कितना महत्वपूर्ण हैं ये भारतीय टीम के अफ्रीकी जमीन पर रिकॉर्ड साफ बता रहे हैं. विराट कोहली की कप्तानी पर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं लेकिन विराट से पहले के कप्तानों के समय में साउथ अफ्रीका में टीम इंडिया के कैसा प्रदर्शन किया था उस पर भी एक नजर डालना जरूरी है.
1992-93 मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin)
इस दौरे पर टीम इंडिया में बड़े दिग्गज खिलाड़ी खेल रहे थे. कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, रवि शास्त्री जैसे दिगग्ज खिलाड़ी इस दौरे पर टीम इंडिया में थे. ये भारत का पहला साउथ अफ्रीका दौरा था. चार मैचों में सीरीज में भारत को 1-0 से हार का सामना करना पड़ा. तीन बाकी के मैच ड्रॉ रहे थे. बाद में भारत के दिग्गज खिलाड़ी बने अजय जडेजा की ये डेब्यू सीरीज भी थी. सीरीज के दो शुरुआती मैच ड्रॉ होने के बाद तीसरे मैच में अफ्रीका ने भारत को 9 विकेट से हराया और इसके बाद चौथा मैच भी ड्रॉ रहा. भारत सीरीज 1-0 से हार गया.
1996-97 सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)
एक बार फिर द ग्रेट सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के दौरे पर गई. तीन मैचों की इस सीरीज में भारतीय टीम को 2-0 से हार मिली. केपटाउन और डरबन में साउथ अफ्रीका ने भारतीय टीम को करारी शिकस्त दी थी. तीसरा मैच भारतीय टीम ड्रॉ कराने में कामयाब रही थी. राहुल द्रविड़ इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे.
2001-02 सौरव गांगुली (Sourav Ganguly)
सचिन के कप्तानी में कुछ खास ना कर पाने के बाद अब कप्तानी की जिम्मेदारी सौरव गांगुली यानी 'दादा' के पास आ चुकी थी. इस बार भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका में दो ही टेस्ट मैच खेलने थे. भारत पहले ही मैच को जीतकर अफ्रीका की जमीन पहली जीत का स्वाद लेना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका.पहले ही मैच में भारत को 9 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा. दो मैचों की सीरीज में भारत ने दूसरा टेस्ट ड्रॉ करवाया और सीरीज 1-0 से हार गई. इसी सीरीज में वीरेंद्र सहवाग का डेब्यू हुआ था.
2006-07 राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid)
1992 के बाद पहली बार भारतीय टीम ने अफ्रीका की धरती पर कोई मैच जीता था तो वो राहुल द्रविड़ की कप्तानी में जीता था. पहले ही टेस्ट में जोहानेसबर्ग में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 123 रनों से मात दी. हालांकि इसके बाद सीरीज के बाकी के बचे दोनों मैचों में अफ्रीका ने कम बैक किया और भारतीय टीम सीरीज को भी नहीं बचा पाई. भारत 2-1 से सीरीज इस बार भी हार गया.
2010-11 महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni)
ये पहला मौका था जब भारतीय टीम साउथ अफ्रीका दौरे पर हारकर नहीं आई थी. दौरे के पहले मैच में धोनी की कप्तानी में बुरी तरह पारी की हार का सामना करने के बाद टीम इंडिया ने कमबैक किया और दूसरे मैच में डरबन में भारत ने साउथ अफ्रीका पर उन्हीं के देश में दूसरी जीत हासिल की. भारत ने ये मैच 87 रनों से जीता. वीवीएस लक्ष्मण इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच के अवार्ड से नवाजे गए. कुल मिलकर अभी तक भारतीय टीम साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी.
2013-14 महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni)
एक बार फिर धोनी की कप्तानी में टीम साउथ अफ्रीका के दौरे पर गई लेकिन नतीजा इस बार भी नहीं बदला. दो मैचों की इस सीरीज में पहला मैच ड्रॉ रहा और दूसरे मैच में साउथ अफ्रीका ने भारत को हरा दिया . भारत एक बार फिर धोनी की कप्तानी में भी सीरीज जीतने में कामयाब नहीं हो पाए.
2017-18 विराट कोहली (Virat Kohli)
विराट कोहली पहली बार जब साउथ अफ्रीका के दौरे पर गए तो सामने बड़ी चुनौती थी क्योंकि वहां पर रिकॉर्ड टीम इंडिया के लिए सच में अच्छे नहीं रहे थे. उम्मीद विराट कोहली से भी इस दौरे पर बहुत थी. फ्रीडम ट्रॉफी के नाम से खेली गई इस सीरीज में भारतीय टीम को सिर्फ एक जीत हासिल हुई. पहले और दूसरे मैच में साउथ अफ्रीका ने अच्छे मुकाबलों में भारतीय टीम को हरा दिया था. सीरीज भारत 2-1 से हार गया था.
कुल मिलाकर कहानी का सार ये ही कि भारतीय टीम आज तक साउथ अफ्रीका के दौरे पर नहीं जीत पाई है. चाहे फिर कोई भी कप्तान क्यों न रहा हो. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि इतने विवादों के बाद टीम इंडिया क्या इन सब को भूलकर पहली टेस्ट सीरीज अफ्रीका की धरती पर जीत पाने में कामयाब हो पाती है या नहीं.
भारतीय क्रिकेट टीम विवाद : कप्तान को लेकर विवादों का लंबा इतिहास
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