IND vs SA Final: टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत ने कमाल करते हुए 7 रन से जीत हासिल की. इस जीत में जहां विराट कोहली की पारी यादगार रही तो वहीं मैच में सूर्य कुमार यादव ने एक ऐसा कैच लिया जिसने मैच को बदलने का का काम किया. कोहली ने मैच में 76 रन की पारी खेली. वहीं, अक्षर पटेल ने 47 रन बनाए जिसके कारण भारतीय टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 176 रन बनाने में सफल रही. इसके बाद साउथ अफ्रीकी टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 169 रन ही बना सकी. भारतीय टीम 7 रन से मैच जीतने में सफल रही. बता दें कि कोहली को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया.
कैसा बदला मैच ..
एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम मैच हार जाएगी. क्रीज पर हेनरिक क्लासेन ने मैच को पूरी तरह से पलट कर रख दिया था. खासकर अक्षर पटेल के एक ओवर में क्लासेन ने 24 रन ठोककर मैच को साउथ अफ्रीकी टीम की ओर मोड़ दिया था. यहां से मैच पूरी तरह से साउथ अफ्रीकी के खेमे में था. क्लासेन की धुआंधार बल्लेबाजी ने भारतीय खिलाड़ियों को खोमोश कर दिया था. ऐसा लग रहा था कि अब भारत यह मैच हार जाएगा. रोहित के चेहरे पर निराशा के भाव दिखाई देने लगे थे.
यहां बदला मैच
एक समय साउथ अफ्रीका का स्कोर 16 ओवर में 151 रन था. क्लासेन क्रीज पर थे. ऐसे में रोहित ने हार्दिक पंड्या पर विश्वास किया. हार्दिक पर बड़ी जिम्मेदारी थी. मैच इस ओवर में पूरी तरह से पलट सकता था. लेकिन कहते हैं किस्मत आपके साथ हो तो फिर कुछ भी संभव हो सकता है, ऐसा ही हुआ. हार्दिक ने 16वें ओवर की पहली ही गेंद पर क्लासेन को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई. हार्दिक की बाहर जाती हुई गेंद पर क्लासेन ने बल्ला लगाया, गेंद विकेटकीपर पंत के पास गई. पंत ने आसानी के साथ कैच लेकर क्लासेन को पवेलियन भेज दिया. भारत को बड़ी सफलता मिली. क्लासेन पूरी तरह से निराश हो गए. भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई. भारत के लिए एक बार फिर उम्मीद जग गई. हार्दिक ने भारत को बड़ी सफलता दिलाई थी. साउथ अफ्रीकी टीम को क्लासेन के रूप में तगड़ा झटका लगा था.
जसप्रीत बुमराह ने किया कमाल
क्लासेन के आउट होने के बाद कप्तान रोहित ने शानदार कप्तानी थी. रोहित ने इस दबाव वाले मौके पर बुमराह को गेंदबाजी पर लगाया. बुमराह ने यहां मार्को जानसेन को बोल्ड कर साउथ अफ्रीकी टीम को दबाव में लाकर खड़ा कर दिया. साउथ अफ्रीकी खेमा खामोश हो गया था. मैच का रोमांच अपने चरम पर पहुंच गया. जब मार्को जानसेन आउट हुए तो उस समय साउथ अफ्रीकी टीम का स्कोर 17.4 ओवर में 156 रन था. 18 ओवर के बाद साउथ अफ्रीकी टीम का स्कोर 156/6 था. क्रीज पर डेविड मिलर के रूप में साउथ अफ्रीका की आखिरी उम्मीद थी.
अर्शदीप सिंह का 19वां ओवर
रोहित ने 19वां ओवर करने की जिम्मेदारी अर्शदीप सिंह को दी. अर्शदीप ने अपने कप्तान के विश्वास को बनाए रखा. 19वें ओवर में अर्शदीप ने केवल 4 रन दिए जिसने पूरी दबाव साउथ अफ्रीकी टीम पर लाकर रख दिया. 19 ओवर में साउथ अफ्रीका का स्कोर 6 विकेट पर 161 रन था. अब मैच आखिरी ओवर में था.
आखिरी ओवर में 16 रनों की दरकार थी, रोहित ने हार्दिक पंड्या को गेंद थमाई. मैच भारत के पक्ष में था. भारत के सामने डेविड मिलर जीत के बीच खड़े थे. मिलर ने इरादा बना दिया था. साउथ अफ्रीकी टीम को 16 रन चाहिए थे.
सूर्यकुमार यादव का शानदार कैच
20वें ओवर की पहली गेंद लो फुलटॉस थी. डेविड मिलर ने करारा शॉट मारा, गेंद लॉग ऑफ की बाउंड्री की ओर गई. ऐसा लगा कि यह गेंद छक्के के लिए न चली जाए, लेकिन बड़े मैचों में चमत्कार होता है , सूर्यकुमार यादव ने हवा में छलांग लगाकर कैच को पकड़ लिया. बाउंड्री के करीब सूर्या ने कैच लपका, पहली कोशिश में उन्होंने गेंद को लपककर बाहर फेंका, फिर दूसरी कोशिश में बाउंड्री से बाहर निकलकर उन्होंने फिर से कैच लपक लिया. मिलर आउट हो गए थे. भारतीय खिलाड़ी जमकर इसका जश्न मनाने लगे. रोहित की खुशी सातवें आसमान पर थी. कोहली का रिएक्शन भी देखने लायक था. भारतीय टीम अब जीत के दरवाजे पर खड़ी थी .
भारत ने जीता मैच
आखिरकार भारत ने मैच को जीत लिया. 17 साल के बाद भारतीय टीम एक बार फिर टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने में सफल हो गई. रोहित की कप्तानी में भारत ने इतिहास को दोहरा दिया. रोहित भी भावुक हो गए.
इतिहास रचते ही धरती पर सो गए रोहित
जैसे ही भारत ने मैच जीता कप्तान रोहित धरती पर सो गए और भावुक हो गए. .ऐसा लगा कि उन्होंने मैच जीतने के बाद धरती माता का अभिवादन किया. रोहित के आंखों में आंसू थे. भारतीय खिलाड़ी रो रहे थे. विराट कोहली के आखें भी आंसू से भर गए थे. आसमान की ओऱ देखकर कोहली अपने इमोशनल जाहिर कर रहे थे. हार्दिक पंड्या भी रो रहे थे. भारतीय खिलाड़ियों के आंखों में जीत के आंसू थे. खिलाड़ियों के साथ भारतीय फैन्स भी रो रहे थे. भारत ने इतिहास रच दिया था. 2013 के बाद भारतीय टीम आखिरकार आईसीसी ट्रॉफी जीतने में सफल हो गई थी.
कोच द्रविड़ ने भी मनाया जश्न
हमेशा शांत रहने वाले राहुल द्रविड़ भी इस जीत का जश्न मना रहे थे. जैसे ही भारत ने खिताब जीता राहुल द्रविड़ का रिएक्शन देखना लायक था. भारतीय खेमे का माहौल पूरी तरह से बदल गया था. भारतीय टीम ने ऐतिहासिक कमाल कर दिखाया था. फैन्स गदगद हैं. आखिरकार विराट, रोहित और द्रविड़ का सपना साकार हो गया था. भारतीय टीम ने विश्व किकेट में एक बार फिर अपनी बादशाहत हासिलकर ली थी.