T20 World Cup: टीम में गुटबाजी, शाहीन नाराज, रिजवान नाखुश, बाबर नाकाम...ऐसे लिखी गई पाकिस्तानी टीम की बर्बादी की पटकथा- रिपोर्ट

3 Groups in Pakistan Team: एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान के टी20 विश्व कप 2024 के ग्रुप स्टेज के बाहर होने का कारण टीम के भीतर गुटबाजी और महत्वपूर्ण क्षणों में वरिष्ठ खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन है. इसके बाद न केवल टीम में बल्कि पीसीबी में भी बड़े बदलाव हो सकते हैं.

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T20 World Cup 2024: पाकिस्तानी टीम में दरार है और बाबर आजम के आने के बाद यह और बढ़ गई

अमेरिका और आयरलैंड का मैच बारिश के चलते होने के साथ ही पाकिस्तान टी20 विश्व कप 2024 के ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया. साल 2009 में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम करने वाली पाकिस्तानी टीम इस साल सुपर-8 से ही बाहर हो गई. वहीं अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान के टी20 विश्व कप 2024 के ग्रुप स्टेज के बाहर होने का कारण टीम के भीतर गुटबाजी और महत्वपूर्ण क्षणों में वरिष्ठ खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन है. इसके बाद न केवल टीम में बल्कि पीसीबी में भी बड़े बदलाव हो सकते हैं. रिपोर्ट में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि कप्तान के रूप में वापसी पर बाबर आजम के सामने सबसे बड़ी चुनौती टीम को एकजुट करने की थी लेकिन गुटबाजी के कारण वह ऐसा नहीं कर सके. शाहीन शाह अफरीदी कप्तानी गंवाने और बाबर द्वारा जरूरत पड़ने पर उनका समर्थन नहीं करने से नाराज हैं जबकि मोहम्मद रिजवान कप्तानी के लिए विचार नहीं किए जाने से नाखुश हैं.

पाकिस्तानी टीम में तीन गुट

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने टीम के एक करीबी सूत्र के हवाले से दावा किया,"टीम में तीन गुट हैं, एक का नेतृत्व बाबर आजम कर रहे है तो वहीं दूसरे खेमे की अगुवाई अफरीदी और तीसरे की रिजवान कर रहे हैं. इस सब के बीच मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों की वापसी से टीम की स्थिति और खराब हो गयी."

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उन्होंने कहा,"इमाद और आमिर की वापसी ने भ्रम बढ़ा दिया क्योंकि बाबर के लिए इन दोनों से कोई सार्थक प्रदर्शन प्राप्त करना मुश्किल था. इन दोनों ने फ्रेंचाइजी आधारित लीगों को छोड़कर लंबे समय से शीर्ष स्तर की घरेलू या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला था." सूत्र ने कहा,"ऐसे भी उदाहरण थे जहां कुछ खिलाड़ी एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे थे और उनमें से कुछ ने टीम के तीनों खेमों की अगुवाई कर रहे खिलाड़ियों को खुश करने की भी कोशिश की."

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पीसीबी अध्यक्ष को थी पूरी जानकारी

पीसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अध्यक्ष मोहसिन नकवी को विश्व कप से पहले ही टीम की समस्याओं के बारे में अच्छी तरह से पता था. उनके करीबी और राष्ट्रीय चयनकर्ता वहाब रियाज ने उन्हें इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने कहा,"नकवी ने सभी खिलाड़ियों के साथ अकेले में दो बैठकें की और निजी हितों की जगह विश्व कप जीतने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा था. उन्होंने उन्हें विश्व कप के बाद टीम में सभी गलतफहमियों को दूर करने का वादा भी किया था लेकिन बात नहीं बनी."

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सूत्र ने कहा,"मैं बाबर का बचाव नहीं कर रहा हूं, लेकिन एक कप्तान को क्या करना चाहिए जब आपका प्रमुख गेंदबाज कमजोर अमेरिका टीम के खिलाफ अंतिम ओवर में 15 रनों का भी बचाव नहीं कर सकता और फुल टॉस पर एक चौका और छह रन दे देता है." उन्होंने कहा,"संन्यास से वापसी करने वाले एक हरफनमौला को फिटनेस संबंधी समस्या के कारण टीम से बाहर बैठना पड़ता है." उन्होंने कहा कि इन सब चीजों के बीच खिलाड़ियों के एजेंटों और सोशल मीडिया अभियान चलाने वाले कुछ पूर्व खिलाड़ियों सहित बाहरी तत्वों की भूमिका ने भी टीम में तनाव को और बढ़ाने का काम किया.

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बोर्ड में भी होगा बदलाव

नकवी ने अब राष्ट्रीय टीम में बदलाव के संकेत दिए हैं लेकिन एक अन्य जानकार सूत्र ने साफ कर दिया है कि अब क्रिकेट बोर्ड में भी बदलाव किए जाएंगे. सूत्र ने दावा किया,"चेयरमैन स्पष्ट रूप से टीम में चीजों को साफ करने जा रहे हैं लेकिन उन्होंने पहले ही बोर्ड में वरिष्ठ और मध्यम स्तर के कर्मचारियों के प्रदर्शन संबंधी मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी है." उन्होंने कहा,"अब आप टीम और बोर्ड में प्रबंधन स्तर पर बड़े बदलाव देखेंगे."

पीसीबी के एक अन्य सूत्र ने कहा,"नकवी खुद समस्याओं का सामना कर रहे हैं क्योंकि वह बोर्ड का नेतृत्व करने के लिए सत्तारूढ़ सरकार की पसंद नहीं हैं. उन्हें अब विश्व कप की हार के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है और उनकी 'बलि' की भी मांग हो रही है."  कई विश्वसनीय सूत्रों ने यह भी पुष्टि की है कि नकवी बाबर आज़म की कप्तानी पर तत्काल कॉल नहीं करेंगे क्योंकि पाकिस्तान अब अपनी अगली सफेद गेंद सीरीज नवंबर में खेलेगा.

सूत्र ने कहा,"नकवी के लिए एक अच्छी बात यह है कि पाकिस्तान को अब बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर दो टेस्ट सीरीज खेलनी हैं और शान मसूद पहले से ही टेस्ट कप्तान हैं और जेसन गिलिस्पी के रूप में एक नया मुख्य कोच हैं और उन्हें तत्काल बदलावों के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है." आम तौर पर पाकिस्तान क्रिकेट में विश्व कप में विफल अभियान का मतलब होता है कि बोर्ड बलि का बकरा ढूंढना शुरू कर देता है, लेकिन इस बार क्रिकेट प्रशंसक और आलोचक भी पीसीबी पर टीम के पतन को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए दबाव डाल रहे हैं.

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