Syed Mushtaq Ali Trophy: ऐतिहासिक शतक, तूफानी स्ट्राइक-रेट से सभी पर भारी, लेकिन मेगा ऑक्शन में नहीं लगाई किसी ने भी बोली

Syed Mushtaq Ali Trophy 2025: यह बदनसीबी ही कही जाएगी कि जिसका औसत और स्ट्राइक-रेट इतना तूफानी हो, उस पर मेगा नीलामी में किसी टीम ने बोली नहीं लगाई

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Syed Mushtaq Ali Trophy 2025:
नई दिल्ली:

SMAT: देश के राष्ट्रीय प्रीमियम टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) में इस  बार ज्यादातर स्टार क्रिकेट खेले, तो कई तूफानी प्रदर्शन भी देखने को मिले. सेमीफाइनल में मुंबई के वेटरन कप्ता अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने 98 रन की पारी खेल सभी को हैरान कर दिया. टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा. ज्यादार बल्लेबाजों का रिपोर्टकार्ड करीब-करीब सामने आ चुका है. अजिंक्य रहाणे टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर के रूप में समापन कर सकते हैं. कई बल्लेबाजों ने टूर्नामेंट में धमाकेदार प्रदर्शन किया, लेकिन औसत और स्ट्राइक-रेट के मामले में गुजरात के 26 साल के विकेटकीपर उर्विल पटेल ने सभी को हैरान कर दिया

यह औसत बवाली है और स्ट्राइक रेट तो..!

इसमें कोई दो राय नहीं कि उर्विल पटेल वह खिलाड़ी रहे, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खासी सुर्खियां बटोरीं.  वजह बने थे उत्तराखंड और त्रिपुरा के खिलाफ जड़े आतिशी शतक. वह दो शतक बनाने वाले टूर्नामेंट में इकलौते बल्लेबाज रहे. मैच भले ही उनके हिस्से में छह आए, लेकिन उर्विल पटेल ने इन मैचों में सबसे ज्यादा औसत (78.75) और सबसे ज्यादा तूफानी औसत (229.92) से बता दिया कि फ्रेंचाइजी टीमों ने कितनी बड़ी गलती कर दी.

टूर्नामेंट में रचा था इतिहास!!

इसी साल उर्विल ने टी20 इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक जड़कर पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया, जब उन्होंने त्रिपुरा के खिलाफ सिर्फ 28 गेंदों पर शतक जड़ डाला. पिछले महीने ही 27 नवंबर को इंदौर में खेले मुकाबले में उर्विल ने पारी की शुरुआत करते हुए 35 गेंदों पर 7 चौकों और 12 छक्कों से नाबाद 113 रन बनाए, तो कुछ दिन बाद ही तीन दिसंबर को उन्होंने फिर से उत्तराखंड के खिलाफ 41 गेंदों पर 8 चौकों और 11 छक्कों से फिर से बिना आउट हुए 115 रन बनाकर दिखाया कि वह आने वाले समय में आईपीएल में जरूर जलवा बिखरेंगे.

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नहीं मिला कोई खरीददार

निश्चित रूप से अब फ्रेंचाजियों को एहसास हो रहा होगा कि उनसे कितनी बड़ी गलती हो गई. इसे उर्विल का दुर्भाग्य भी कहा जा सकता है कि काश मेगा नीलामी मुश्ताक अली टूर्नामेंट के बाद हुई होती. अगर ऐसा होता, तो निश्चित रूप से उर्विल पर कई करोड़ रुपये बरसते. लेकिन यह उर्विल का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि यह यह आतिशी बल्लेबाज सिर्फ बेस प्राइस तीस लाख के साथ बोली में उतरा, लेकिन इस कीमत पर भी उन पर किसी भी टीम ने दांव नहीं लगाया. 

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