Sunil Chhetri: भारतीय फुटबॉल के लिए गुरुवार दिन काफी दुखद रहा, क्योंकि इस खेल के माहिर और दुनिया के बेस्ट फुटबॉलर में शुमार सुनील छेत्री ने कुवैत के ख़िलाफ़ फीफा विश्व कप 2026 मैच के बाद संन्यास (Sunil Chhetri Retirement) लेने का ऐलान किया है. सुनील छेत्री के संन्यास का ऐलान करने के बाद लगभग सभी जगत से रिएक्श आए. सुनील छेत्री के रिटायरमेंट पर फीफा का भी रिएक्शन आया है, जिसने दिग्गज भारतीय फुटबॉलर के सम्मान में अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर फ़ैंस के साथ एक पोस्ट साझा की है. इस पोस्ट में एक फ़ोटो है जिसमे छेत्री को महानतम फ़ुटबॉलरों में शामिल क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी के साथ दिखाया गया है.
इस तस्वीर से फीफा ने बताया है कि सक्रिय अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे ज़्यादा गोल करने के मामले में लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद भारत के सुनील छेत्री तीसरे स्थान पर हैं. बता दें, सुनील छेत्री ने कुल मिलाकर 150 मैचों में 94 गोल हैं और वो सर्वाकिल सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में चौथे स्थान पर है. इस सूची में पहले स्थान पर रोनाल्डो हैं, जिन्होंने 205 मैचों में 128 गोल किए हैं वहीं ईरान के पूर्व फॉरवर्ड अली डेई ने 148 मैचों में 108 गोल किए हैं. जबकि मेसी ने 180 मैचों में 106 गोल किए हैं.
फीफा ही नहीं बल्कि भारत के कुछ सबसे बड़े नामों ने 39 वर्षीय की सेवानिवृत्ति कॉल पर अपने विचार साझा किए हैं. बाईचुंग भूटिया, जिनकी छेत्री सबसे अधिक प्रशंसा करते थे और जिनके अधीन छेत्री बड़े हुए थे. उन्होंने आईएएनएस को बताया कि "सुनील ने भारतीय फुटबॉल में बहुत योगदान दिया है. भारतीय फुटबॉल को उनके जैसे महान फुटबॉलर की कमी खलेगी." बाईचुंग ने कहा, "उन्होंने भारतीय फुटबॉल में बहुत योगदान दिया है. भारतीय फुटबॉल को उनके जैसे महान फुटबॉलर की कमी खलेगी. अब एक बड़ी कमी को पूरा करना होगा. कुल मिलाकर मुझे लगता है कि वह बहुत पेशेवर थे और पीढ़ियों के लिए सबसे महान उदाहरणों में से एक हैं. उनका केंद्रित समर्पण अनुकरणीय है."
छेत्री ने अपना 150वां मैच इस साल मार्च में अफगानिस्तान के ख़िलाफ़ खेला था. भारतीय फुटबॉल के प्रतिष्ठित नंबर 9 ने 2005 में राष्ट्रीय टीम के लिए डेब्यू किया और देश के लिए 94 गोल किए. कप्तान भारत के सर्वकालिक शीर्ष स्कोरर और राष्ट्रीय टीम के लिए सर्वाधिक कैप्ड खिलाड़ी हैं. वह राष्ट्रीय टीम के लिए सक्रिय खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी के बाद तीसरे सबसे ज्यादा स्कोर करने वाले खिलाड़ी हैं. "ऐसे कुछ खिलाड़ी हैं जिनके बिना खेल अधूरा रह जाता है. सुनील छेत्री उनमें से एक हैं. हम भाग्यशाली हैं कि वह भारत के लिए खेले. यह अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्हें अभी भी कुवैत के ख़िलाफ़ हमारा नेतृत्व करना होगा और हमारे लिए जीत हासिल करनी होगी."
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, "सुनील और भारतीय फुटबॉल के लिए यह सबसे सुखद विदाई है. वह एक आइकन, लीजेंड हैं. उनके लिए भारतीय फुटबॉल को कई तरह से शुभकामनाएं मिली." छेत्री के एक समय के साथी और देश के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरों में से एक सुब्रत पॉल ने आईएएनएस से कहा, "मैं अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने के सुनील के फैसले का सम्मान करता हूं. मैं समझता हूं कि यह एक बहुत ही कठिन फैसला है. हम मैदान के एक ही पक्ष में हैं. कई बार, सीखने और एक-दूसरे को आगे बढ़ाने के लिए वह एक प्रेरणा रहे हैं. उन्होंने असाधारण रूप से ऊंचे मानक स्थापित किए हैं. मेरे दोस्त, मैदान से परे आपके जीवन के लिए शुभकामनाएन.''
कल्याण चौबे ने आगे कहा,"मिडफील्डर जनरल मेहताब हुसैन, जिन्होंने कई मैचों में छेत्री के साथ खेला था, उन्होंने याद किया कि वह और सुनील भारत में अब भी मौजूद सबसे पुराने क्लब मोहन बागान के लिए एक साथ खेलते थे" "हमने मोहन बागान क्लब में एक साथ शुरुआत की, हर खिलाड़ी को अपने करियर का अंत देर-सबेर करना ही पड़ता है. वह समझ गया होगा या महसूस किया होगा कि यह मेरा आखिरी मैच है. यह व्यक्ति-दर-व्यक्ति अलग-अलग होता है. वह बहुत अच्छे से खेले और उन्होंने लंबे समय तक राष्ट्रीय और क्लब टीमों को अपनी सेवाएं दी, जिस तरह से उन्होंने खुद को इतनी ऊंचाई तक पहुंचाया, मैं एक दोस्त के रूप में उन पर गर्व महसूस करता हूं.''
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