'ऐसे लोगों को दूर रखने की जरूरत', कोहली विदेश दौरों में नए पारिवारिक दिशा-निर्देशों से खुश नहीं

पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में सीरीज हार के बाद बीसीसीआई ने पारिवारिक सदस्यों के लिए नए प्रोटोकॉल बनाए थे. अब विराट ने खुलकर इनका विरोध किया है

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नई दिल्ली:

पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में हुई शर्मनाक हार के बाद से टीम इंडिया के लिए बनाए गए नए प्रोटोकॉल के बाद बहुत कुछ बदल चुका है. किसी को भी नहीं बख्शा गया. यहां तक कि कोहली (Virat on retirement) को भी. अब BCCI ने विदेशी दौरों परिवार को साथ ले जाने, साथ में ट्रैवल करने और नेट प्रैक्टिस तक के लिए कड़े नियम बना दिए हैं. बहरहाल, विराट कोहली को ये नए नियम बिल्कुल भी पसंद नहीं आए हैं और उनका मानना है कि ऐसे फैसले लेने वाले लोगों को दूर रखना चाहिए. 

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कोहली ने आरसीबी के एक कार्यक्रम में दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं इसे लेकर बहुत ही निराश हूं. ऐसे लोग जिनका हालात पर कोई नियंत्रण नहीं है, उन्हें बातचीत में शामिल किया जाता है और आगे रखा जाता है.हो सकता है कि ऐसे लोगों को दूर रखा जाए' विराट खासतौर पर परिवार को लेकर बनाए गए नियम से बहुत ही ज्यादा निराश हैं. जब वह कप्तान थे, तो उन्होंने पारिवारिक सदस्यों को विदेशी दौरे में साथ भेजने की जोरदार वकालत की थी.

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उन्होंने कहा, 'लोगों को यह बताना बहुत ही मुश्किल है कि जब भी बाहर कुछ गहन घटित होता है, तो परिवार के पास लौटना कितना मायने रखता है. मुझे नहीं लगता कि लोगों को इस बात की समझ है कि यह कितनी अहम बात लेकर आता है या कितना अहम है.' कोहली ने अपनी मैदान पर की छवि के बारे में पूछा जाने पर कहा, 'यह स्वाभाविक रूप से धीरे-धीरे कम हो रहा है लेकिन लोग इस बात से खुश नहीं हैं. मुझे सच में नहीं पता कि क्या करना चाहिए. पहले मेरी आक्रामकता एक समस्या थी, अब मेरी शांति एक समस्या बन गई है। इसलिए मैं इस पर अधिक ध्यान नहीं देता.'

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ये हैं BCCI के नए दिशा-निर्देश

-कोई भी विदेशी दौरा 45 दिन से ज्यादा होने पर पारिवारिक सदस्य अधिकतम दो हफ्ते तक खिलाड़ी के साथ रह सकता है

-दौरा छोटा होने पर पारिवारिक सदस्य हफ्ते भर तक खिलाड़ी के साथ रह सकता है

-अगर पारिवारिक सदस्य उल्लेख अवधि से ज्यादा समय तक साथ रहता है, तो खिलाड़ी विशेष को खर्च वहन करना होगा

-खिलाड़ियों को टीम बस में एक साथ यात्रा करनी होगी

-निजी स्टॉफ जैसे मैनेजर, एजेंट या शेफ को दूसरे होटल में ठहरना होगा

-अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट न होने पर सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा
 

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