हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के हाथों हुए 2-0 के सफाए पर जहां बाकी पूर्व क्रिकेटरों ने खासा रोष दिखाया, तो वहीं सनी गावस्कर की प्रतिक्रिया खासी देरी से आई है. एक चैनल से बातचीत में गावस्कर ने कहा कि वह मैच के दौरान एक धार्मिक कार्यक्रम में थे और उन्होंने एक भी मैच नहीं देखा. लेकिन वह इतना जरूर कह सकते हैं कि दक्षिण अफ्रीका ने भारत से बेहतर प्लानिंग की थी. और यही बात टीम इंडिया की हार की एक बड़ी वजह रही.
गावस्कर ने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि अगर आप पिछले साल न्यूजीलैंड की बात करें, या अब दक्षिण अफ्रीका की बात करें, तो मैं कहूंगा कि इन दोनों ही टीमों ने भारत दौरे के लिए बहुत ही अच्छी तैयारी की. न्यूजीलैंड ने भारत दौरे पर आने से पहले श्रीलंका में एक सीरीज खेली थी. न्यूजीलैंड ने श्रीलंका में खेलकर इस पर काम किया कि भारत के लिए क्या तैयारी होनी चाहिए, टीम का क्या संयोजन होना चाहिए, इसका कीवियों ने बहुत ही अच्छा अनुभव हासिल किया.' पूर्व कप्तान बोले, 'कुछ ऐसा ही दक्षिण अफ्रीका ने किया और उन्होंने पाकिस्तान का दौरा कर टेस्ट सीरीज खेली. इससे द. अफ्रीकी टीम को अनुभव मिला कि यहां कि पिचों पर किस तरह खेलना चाहिए. कौन सी पिच पर किसे खिलना चाहिए. ऐसे में उनकी तैयारी बहुत ही उच्च स्तर की थी. और उन्होंने प्लानिंग काफी पहले ही कर ली थी.'
गावस्कर बोले, 'और अगर हम हमारी प्लानिंग की ओर देखें, तो हमारी टीम विंडीज सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया चली गई. वहां वह व्हाइट बॉल फॉर्मेट खेलने गए.' उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि द्विपक्षीय अनुबंध के तहत ऐसा होता है. लेकिन ये इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश बाकी मामलों में भारत को श्रेय नहीं देते, लेकिन जब टेलीविजन क्रिकेट का मामला होता है, तो ये देश भारतीय टीम को बुलाते रहते हैं. और विंडीज सीरीज के बीच अगर यह व्हाइट-बॉल सीरीज नहीं होती और इसके बीच रणजी ट्रॉफी मैच होते, ये भारतीय टीम बेहतर तैयार होती. पिछले साल जो हमारी हार हुई, वह न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह हार हमें टेस्ट के विश्व चैंपियन के खिलाफ मिली है.'
क्या टैलेंट खत्म हो गया है? इस सवाल पर गावस्कर ने कहा, 'हम यह नहीं कह सकते कि अगर गावस्कर और रोहित होते, तो हम जीत जाते. न्यूजीलैंड के खिलाफ तो दोनों खेले थे, लेकिन हम 3-0 से हारे. हमें ऐसा नहीं कहना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'जिस तरह दक्षिण अफ्रीकी ने तैयारी की, जैसी जिद दिखाई, उसके लिए उनकी तारीफ करनी होगी.' वहीं, गावस्कर ने गौतम को हटाने के सवाल पर कहा कि जब टीम जीतती है, तो आप खिलाड़ियों को श्रेय देते हैं, तो हार पर गौतम पर दोष क्यों मढ़ा जा रहा है.' अपने पूरे करियर में तर्कों के लिए प्रसिद्ध रहे सनी गावस्कर ने कहा, 'जब गंभीर ने अपने मार्गदर्शन में चैंपियंस ट्ऱॉफी जिताई थी, तो क्या आप लोगों ने कहा था कि उन्हें व्हाइट-बॉल का परमानेंट कोच बना देना चाहिए, तो फिर टेस्ट सीरीज में हार के बाद उन्हें क्यों हटाने की बात होनी चाहिए?














