South Africa board gives a shock to BCCI: क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने आईपीएल में भाग लेने वाले अपने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में जाने वाले खिलाड़ियों को सूचित किया है कि वे 27 मई को लीग चरण समाप्त होने के बाद स्वदेश लौट जाएं. इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के अनुसार BCCI के हस्तक्षेप और अनौपचारिक बातचीत के बावजूद, CSA के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. बता दें कि अगर उनकी टीम लीग चरण से आगे निकल जाती है, तो आठ साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी प्लेऑफ़ से चूक जाएंगे. (Star South African players will be out of IPL playoffs)
संशोधित कार्यक्रम आने के बाद से ही इंटरनेशनल प्रतिबद्धताओं के कारण प्रमुख विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को वनडे सीरीज खेलनी है, जबकि साउथ अफ्रीका को 11 जून से डब्ल्यूटीसी फाइनल (WTC Final) खेलना है. हालांकि, उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ अभ्यास मैच खेलना है और इसके लिए पहले से ही प्रतिबद्ध होने के कारण, प्रोटियाज 31 मई की शुरुआत में इंग्लैंड पहुंचेंगे. बीसीसीआई एनओसी बढ़ाने की किसी भी संभावना पर सीएसए के साथ बातचीत कर रहा है, लेकिन फाइनल के महत्व को देखते हुए, यह संभव नहीं हो पाया.
बता दें कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम की घोषणा के बाद आईपीएल को 17 मई से फिर से शुरू करने का फैसला किया गया जबकि फाइनल अब तीन जून को होगा जिसे 25 मई को आयोजित होना था. इससे साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं में टकराव हुआ.
आईपीएल में शामिल साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी
ट्रिस्टन स्टब्स (दिल्ली कैपिटल्स), वियान मुल्डर (सनराइजर्स हैदराबाद), कैगिसो रबाडा (गुजरात टाइटन्स), कॉर्बिन बॉश (मुंबई इंडियंस), रेयान रिकल्टन (मुंबई इंडियंस), मार्को यानसेन (पंजाब किंग्स), लुंगी एनगिडी (आरसीबी), एडेन मारक्रम (लखनऊ सुपर जायंट्स) सहित आठ साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति उन टीमों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है जो प्ले-ऑफ की दौड़ में हैं.