- दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 408 रन से हराकर सीरीज 2-0 से जीत ली
- यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ी हार है और 25 साल बाद भारत में सीरीज हारना है
- पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने गुवाहाटी की पिच को शानदार बताया और स्टेडियम की सुविधाओं की भी सराहना की
Sourav Ganguly on Guwahati Pitch After India Lose vs SA: गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 408 रन से हरा दिया. टेस्ट रनों के लिहाज से भारत की यह सबसे बड़ी हार है. वहीं दक्षिण अफ्रीका ने गुवाहाटी टेस्ट में जीत के साथ ही 0-2 से सीरीज अपने नाम कर ली है. कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका 30 रन से जीती थी. गुवाहाटी टेस्ट में जीत के साथ टेंबा बावुमा का बतौर कप्तान टेस्ट न हारने का रिकॉर्ड भी बरकरार रहा. इसके साथ हीं दक्षिण अफ्रीका ने 25 साल बाद भारत में टेस्ट सीरीज जीती है.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में मिली हार के बाद टीम इंडिया के रणनीति पर सवाल तो उठ रहे इससे पहले कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट मैच में पिच को लेकर बड़ा बवाल हुआ था जिसमे कोच गौतम गंभीर ने कहा था की हमें पिच वैसा ही मिला जैसा हमने डिमांड किया था, लेकिन इसपर कई बयान कोच गंभीर के विचारों से मेल नहीं कहते हुए भी थे. अब टेस्ट सीरीज समाप्त हो चूका है और मैच के दौरान गुवाहाटी पिच को लेकर भी विवाद या बयानबाजी सामने नहीं आया और ना कोई रिएक्शन आया क्योंकि कोलकाता की तरफ मैच 2 दिन में खत्म नहीं हुआ.
मगर टीम इंडिया के इस करारी हार पर फ्लॉप बल्लेबाजी को लेकर जरूर चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस बीच टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने गुवाहाटी पिच को लेकर 'एक्स' पूर्व में ट्विटर पर पोस्ट करते हुए अपनी बात रखी है.
गांगुली ने गुवाहाटी पिच पर दिया ये बड़ा बयान
गांगुली ने गुवाहाटी पिच को लेकर कहा, "पहले टेस्ट में गुवाहाटी ने बहुत अच्छा किया. शानदार टेस्ट पिच. स्टेडियम की सुविधाओं का मेरा अनुभव शानदार रहा. सबके लिए कुछ न कुछ था. जेनसन के 5 विकेट, बल्लेबाजों ने रन बनाए और चौथे और पांचवें दिन स्पिन भी खेल में आई. दक्षिण अफ्रीका खास था. युवा भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है. वो और बेहतर होंगे."
गुवाहाटी टेस्ट की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सेनुरन मुथुसामी के 109 और मार्को जानसेन के 93 रन की बदौलत 489 रन बनाए थे. भारत की तरफ से कुलदीप यादव ने 4, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज ने 2-2 विकेट लिए थे.
भारतीय टीम पहली पारी में 201 रन पर सिमट गई थी और 288 रन से पिछड़ी थी. दक्षिण अफ्रीका के लिए मार्को जानसेन ने 6, सिमोन हार्मर ने 3 और केशव महाराज ने 1 विकेट लिए.
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी 5 विकेट पर 260 रन बनाकर घोषित की थी और पहली पारी में मिले 288 रन की बढ़त के आधार पर भारत को 549 रन का लक्ष्य दिया. भारतीय टीम 140 पर सिमट गई और 408 रन के अंतर से टेस्ट क्रिकेट इतिहास की अपनी सबसे बड़ी हार गले लगा बैठी. दूसरी पारी दक्षिण अफ्रीका के लिए सिमोन हार्मर ने 37 रन देकर 6 विकेट लिए. केशव महाराज ने 2, मार्को जानसेन और सेनुरन मुथुसामी ने 1-1 विकेट लिए.














