Simon Katich on New King of Indian Cricket IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में किसी से भारतीय फैंस को सबसे ज्यादा उम्मीद थी तो वो नाम विराट कोहली है, मगर कोहली ने फैंस को पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक लगाकर एक खुशी का लम्हा जरुर दिया मगर वो काफी नहीं था, क्योंकि विराट कोहली का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के मैदानों पर शानदार रहा है. अब टीम इंडिया के रन मशीन को ना जाने किसकी नजर लग गई. उसके बाद उनका बल्ला खामोश रहा और वो बाकी के 5 पारियों में मात्र 62 रन ही बना पाए.
साइमन कैटिच ने विराट को लेकर कहा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में जैसे ही विराट कोहली ने अपना विकेट गवांया तभी कमेंट्री बॉक्स में बैठे साइमन कैटिच (Simon Katich on Virat Kohli Form) ने कहा की "विराट अब किंग नहीं रहे, उनकी बादशाहत खत्म हो चुकी है और अब टीम इंडिया के नए किंग जसप्रीत बुमराह (Simon katich Said Jasprit Bumrah is New King of Team India) है', आपको बता दें की जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक खेले गए चारों ही मुकाबले में शानदार गेंदबाज़ी की है और कई बड़े रिकार्ड्स भी अपने नाम किया है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज में विराट का प्रदर्शन
वहीं विराट कोहली की बात करें तो उनके बल्ले से अब तक इस सीरीज में पहले टेस्ट की पहली पारी में 5 रन बनाए और दूसरी पारी में शतक जड़कर वापसी की उम्मीद जगाई, वहीं दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 11 रन बनाये. विराट ने उसके बाद तीसरे टेस्ट में पहली पारी में 3 रन बनाये और दूसरी पारी में उनकी बारी नहीं आई और टेस्ट ड्रा रहा, इन सभी मुकाबले में विराट ने नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी की और फ्लॉप साबित हुए. इसके बाद चौथे टेस्ट की पहली पारी में विराट ने 36 रनों की पारी खेली और उसको बड़ी पारी मे तबदील नहीं कर पाए. दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने आये विराट लेकिन उनकी किस्मत और फॉर्म दोनों ने ही उन्हें निराश किया और वो 5 रन बनाकर मिचेल स्टार्क का शिकार बने.
जसप्रीत बुमराह ने बनाया खास रिकॉर्ड
भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के खिलाफ चौथे टेस्ट के चौथे दिन के खेल के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट पूरे करने वाले रविंद्र जडेजा के साथ संयुक्त रूप से दूसरे सबसे तेज भारतीय गेंदबाज बन गए. वह दुनिया के पहले गेंदबाज हैं जिन्होंने 20 से कम के औसत से यह उपलब्धि हासिल की है.