तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल ने गुरुवार को भारतीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. उन्होंने 2018-19 में तीन वनडे और इतने ही टी20 मैच में देश का प्रतिनिधित्व किया. आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू का प्रतिनिधित्व करने वाले पंजाब के 34 वर्षीय तेज गेंदबाज कौल ने सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा की.
सिद्धार्थ कौल ने 'एक्स' पर लिखा,"अब भारत में अपने करियर को खत्म करने और संन्यास की घोषणा करने का समय आ गया है." कौल 2008 में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे. इस टीम में विराट कोहली और रविंद्र जडेजा भी शामिल थे. उन्होंने हालांकि विदेशी लीग में खेलने का विकल्प खुला रखा है.
उन्होंने कहा,"मैं भगवान को मेरे लिए बनाए गए मार्ग के लिए, प्रशंसकों को अंतहीन समर्थन के लिए, मेरे माता-पिता और परिवार को उन बलिदानों और आत्मविश्वास के लिए, विशेषकर चोटों और निराशाओं के दौरान धन्यवाद देना चाहता हूं. ड्रेसिंग रूम की यादों और दोस्ती के लिए मेरे साथियों को, भारत का प्रतिनिधित्व करने और 2008 अंडर-19 विश्व कप जीतने और 2018 में मेरे टी20 अंतरराष्ट्रीय और वनडे डेब्यू करने के एक छोटे बच्चे के सपने को पूरा करने के लिए बीसीसीआई को."
पंजाब को जिताया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी
बता दें, सिद्धार्थ कौल ने छह साल पहले भारत के लिए अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला था. 2023-24 सीज़न में पंजाब पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने में सफल रही थी और कौल इस दौरान पंजाब के हीरो रहे थे, जिन्होंने 10 मैचों में 16 विकेट झटके थे और वो टूर्नामेंट के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. वह 50 ओवर की विजय हजारे ट्रॉफी में भी सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में छह मैचों में 19 विकेट झटके थे.
कौल ने हाल ही में 2024-25 रणजी ट्रॉफी सीज़न के पहले भाग में पंजाब का प्रतिनिधित्व किया है, जहां उन्हें दो मैचों में कोई विकेट नहीं मिला. उन्होंने 17 साल के करियर में 88 मैचों में 26.77 की औसत से 297 प्रथम श्रेणी विकेट हासिल किए है. उन्होंने 24.30 की औसत से 199 लिस्ट ए विकेट और टी20 में 22.04 की औसत से 182 विकेट लिए है.
17 साल के करियर में घरेलू सर्किट में बनाया दबदबा
कौल 17 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पंजाब के लिए खेले थे और पहली बार तब सुर्खियों में आए जब वह मलेशिया में अंडर-19 विश्व कप में विराट कोहली की विजयी भारत टीम का हिस्सा थे. हालांकि, पीठ की कई चोटों के कारण उन्हें पांच साल तक बाहर रहना पड़ा था. साल 2007 से 2012 तक कौल सभी फॉर्मेट में मिलाकर कुल छह घरेलू मैच खेले थे. डेथ बॉलिंग और विकेट लेने की क्षमता के चलते कौल 17 सालों तक पंजाब की टीम का अहम हिस्सा बने रहे.
कौल को 2018 में, आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन करने का इनाम मिला था और उन्हें आयरलैंड दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम में जगह मिली थी. साल 2017 में उन्होंने हैदराबाद के लिए आईपीएल में 10 मैचों में 16 विकेट झटके थे, जबकि 2018 में उन्होंने 21 विकेट झटके थे. इस सीजन हैदराबाद ने फाइनल तक का सफर तय किया था. कौल विजय हजारे ट्राफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर अपने करियर का अंत कर रहे हैं.
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