टूट गया अंगूठा, फिर भी नहीं हिला हौसला, इसलिए 'गब्बर' के दिल के करीब है यह जुझारू पारी, खुद बताया

Shikhar Dhawan Picks His Favourite Knock For India: शिखर धवन ने अपने इंटरनेशनल करियर की सबसे बेहतरीन पारी के बारे में बताया है. यह पारी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप 2029 में खेली थी.

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Shikhar Dhawan

Shikhar Dhawan Picks His Favourite Knock For India: देश के लिए 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मुकाबलों में शिरकत करने वाले दिग्गज सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने आखिरकार अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट पर भी विराम लगा दिया है. 38 वर्षीय दिग्गज खिलाड़ी ने शनिवार (24 अगस्त) यानी आज सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए अपने रिटायरमेंट की घोषणा की है. 

बता दें धवन का ब्लू टीम के साथ एक शानदार सफर रहा. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश के लिए कई सनसनीखेज पारियां खेली. जिसके लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा. बाएं हाथ के बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था. इस बीच उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही 187 रन बनाते हुए सबको अचंभित कर दिया था. 

हालांकि, दिग्गज खिलाड़ी ने वर्ल्ड कप 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 117 रनों की उम्दा शतकीय पारी को अपनी सबसे पसंदीदा पारी बताई है. 'गब्बर' के इस पारी में उनका धैर्य और दृढ़ संकल्प देखने को मिला था.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले के 9वें ओवर में धवन, पैट कमिंस की एक गेंद पर अपना अंगूठा चोटिल करवा बैठे थे. इसके बावजूद वह मैच की गंभीरता को देखते हुए मैदान पर जमे रहे. 

ब्रेक के दौरान धवन को पता चला कि उनका अंगूठा फ्रैक्चर हो गया है. इसके बावजूद 'गब्बर' ने हार नहीं मानी और दर्द निवारक दवा लेकर बल्लेबाजी जारी रखी. नतीजा यह रहा कि वह बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाने में कामयाब रहे. 

हिंदुस्तान टाइम्स के साथ हुई बातचीत के दौरान दिग्गज खिलाड़ी ने बताया, ''मेरी कुछ पसंदीदा पारियां हैं, जिन्हें मैं अपने दिल के करीब संजोकर रखता हूं. खासकर 2019 वर्ल्ड कप में खेली गई पारी को. हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेल रहे थे. यहां मैं 25 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहा था जहां मेरा अंगूठा फ्रैक्चर हो गया. कमिंस की एक गेंद 150 किलीमीटर प्रति घंटे की स्पीड से आई और मेरे यहां (बाएं अंगूठे की ओर इशारा करते हुए) लग गई. जहां मैंने दर्द निवारक दवाएं लीं और 117 रन बनाने में कामयाब रहा.''

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'गब्बर' ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, ''एमसीजी में खेली गई पारी भी मेरी दिल के बहुत करीब है. यह इसलिए क्योंकि इस इनिंग्स से पहले मेरे बल्ले से रन नहीं निकल रहे थे. मैं धोनी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे ऊपर भरोसा बनाए रखा और वर्ल्ड कप में मेरा चुनाव किया. मेरा वनडे में हमेशा अच्छा प्रदर्शन रहा है. हालांकि, फॉर्म में कभी-कभी गिरावट आनी लाजमी है. उसी दौरान मैंने 137 रन बनाए थे. मुझे अपनी वह पारी भी पसंद है.''

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