Shan Masood Statement After Defeat Against West Indies: पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मुल्तान में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 120 रनों से हार के बाद कहा कि उनकी टीम के लिए निचले क्रम के बल्लेबाजों को जल्दी आउट न कर पाना चिंता विषय बन गया है. वेस्टइंडीज के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन किया. पाकिस्तान के गेंदबाजों ने मिकाइल लुइस, आमिर जंगू, कप्तान क्रैग ब्रैथवेट और एलिक अथानाजे के विकेट जल्दी निकालकर मेहमान टीम को मुश्किल में डाल दिया. इसके बाद, पाकिस्तान के गेंदबाज नोमान अली ने हैट्रिक लेकर अपनी टीम को और भी मजबूती दी. वेस्टइंडीज की टीम 54/8 के स्कोर पर संघर्ष कर रही थी, लेकिन फिर गुडाकेश मोती ने शानदारी बल्लेबाजी की और केमार रोच और जोमेल वारिकन के साथ मिलकर अंतिम दो विकेट के लिए 49 और 68 रन की साझेदारी की. इन साझेदारियों के चलते वेस्टइंडीज की टीम 163 रन तक पहुंचने में सफल रही.
पाकिस्तान की गेंदबाजी का यह प्रदर्शन अच्छा था, लेकिन शान मसूद ने बाद में माना कि उनकी टीम के लिए निचले क्रम के बल्लेबाजों को जल्दी आउट न कर पाना एक बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा, 'यह चिंता का विषय है. हमें इस क्षेत्र में सुधार करने की जरूरत है. जब हमने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट खेले थे, वहां हमने निचले क्रम बल्लेबाजों को जल्दी आउट किया था, जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास दुनिया के सर्वश्रेष्ठ निचले क्रम बल्लेबाज थे. लेकिन बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका जैसी सीरीज में हम निचले क्रम बल्लेबाजों को जल्दी आउट नहीं कर पाए. यह हमारी जिम्मेदारी है और हमें इस पर काम करना होगा.'
वेस्टइंडीज के स्पिन गेंदबाज जोमेल वारिकन, केविन सिंक्लेयर और गुडाकेश मोती ने पाकिस्तान की दूसरी पारी में शानदार गेंदबाजी की. इन तीनों ने मिलकर पाकिस्तान के सभी दस विकेट झटके और टीम को सिर्फ 133 रन पर समेट दिया. वारिकन ने 27 रन देकर 5 विकेट हासिल किए, जिससे पाकिस्तान को 254 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हार का सामना करना पड़ा. यह जीत वेस्टइंडीज के लिए पाकिस्तान में 34 साल में पहली टेस्ट मैच जीत थी.
शान मसूद ने कहा कि निचले क्रम के बल्लेबाजों के खिलाफ सुधार करना पाकिस्तान की टीम के लिए जरूरी है और इस पर काम किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों में टीम बेहतर प्रदर्शन कर सके.