एक तरफ इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2024) चल रही है, तो दूसरी तरफ जून में होने वाले टी20 विश्व कप 2024 (T20 World Cup 2024) के लिए सेलेक्टरों के बीच खिलाड़ियों के नामों को लेकर माथापच्ची चल रही है. इस महीने के आखिर में विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम का चयन होना है. इसमें करीब आठ नाम पक्के हो चुके हैं, लेकिन बाकी कुछ नामों को लेकर अभी सेलेक्टर राय बनाने में जुटे हैं. वैसे परेशानी का सबब यह भी है कि कुछ स्टार खिलाड़ियों को लेकर भी सेलेक्टर्स परेशान हैं. केएल राहुल के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं दिखी है, तो हार्दिक पांड्या बॉलिंग नहीं कर रहे हैं. कुल मिलाकर टीम चयन में इस महीने से पहले तक जारी आईपीएल में खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत ही बड़ी भूमिका अदा करेगा. सेलेक्टरों के सामने कुछ बड़े सवाल चल रहे हैं. वास्तव में कुछ सवाल बहुत ही भारी है. आप ऐसे ही कुछ बड़े सवाल जान लीजिए, जिनका जवाब मिलना आसान होने नहीं जा रहा.
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1. कौन हो टीम का दूसरा विकेटकीपर?
ऋषभ पंत का विश्व कप टीम में होना लगभग हो चुका है. जिस तरह वापसी करने के बाद पंत ने दो लगातार अर्द्धशतक और शुक्रवार को लखनऊ के खिलाफ जिस तरह 24 गेंदों में 41 रन बनाए, उन्होंने खुद को लेकर सवाल खत्म कर दिए. अब देखने की बात यह होगी कि अगर एंड कंपनी दूसरे विकेटकीपर की भूमिका में केएल राहुल को जिम्मेदारी सौंपती या फिर संजू सैसमन को? वास्तव में पेंच फंसा हुआ दिख रहा है क्योंकि सबसे ज्यादा टेंशन सेलेक्टरों को विकेटकीपर ने ही दी हुई है.
2. विराट को दी जाए अतिरिक्त ओपनर की जिम्मेदारी?
यह साफ है कि रोहित शर्मा के साथ यशस्वी जायसवाल पारी की शुरुआत करेंगे, लेकिन हर टीम की तरह दूसरे ओपनर की भी टीम को जरुरत होती है. नियमित खिलाड़ी के चोटिल होने या आउट-ऑफ-फरॉर्म होने पर. और ऐसे में चयन समिति इस पर मंथन कर रही है कि क्या विराट कोहली को अतिरिक्त ओपनर की जिम्मेदारी दी जाए? आईपीएल में उनका रिकॉर्ड बहुत ही भारी भरकम है. कई संस्करणों में कोहली पारी की शुरुआत कर चुके हैं. उन्हें प्रबंधन की सहमति मिल सकती है.
3. किस लेग स्पिनर पर दांव लगाया जाए?
चहल ने इस संस्करण के जरिए खासी वापसी की है..अभी तक के सफर में चहल जसप्रीत बुमराह के साथ संयुक्त रूप से 10 विकेट चटकाकर संयुक्त रूप से नंबर एक गेंदबाज बने हुए हैं. वहीं, बिश्नोई को अभी भी अपनी सर्वश्रेष्ठ लय पकड़नी है, जो पांच मैच खेलने के बाद 4 ही विकेट ले सके हैं. वहीं, वह खासे महंगे भी साबित हुए हैं. लेकिन इसके बावजूद उनका दावा बरकरार है क्योंकि वह भविष्य के गेंदबाज हैं. लेकिन पिछले 12 महीनों में युजवेंद्र ने भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला है. और यह चयन समिति की पॉलिसी के बारे में भी बताता है. वास्तव में आसान होने नहीं जा रहा.
4. मयंक यादव पर क्या होगा फैसला?
पिछले दिनों आईपीएल में लगातार दो प्लेयर ऑफ द मैच लेने वाले मयंक यादव को लेकर चयन समिति के सामने बड़ा सवाल है कि उन्हें टीम का हिस्सा बनाया जाए या नहीं? मयंक अपनी गति के कारण दुनिया भर की आंखों के तारे बन चुके हैं. उनके पास गति के साथ ही नियंत्रण और अच्छी लाइन और लंबाई भी है, लेकिन सवाल तो है ही कि क्या इस प्रतियोगिता के लिए सेलेक्टर्स मयंक को टीम का हिस्सा बनने का फैसला ले पाएंगे?
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5. शिवम और सिराज को लेकर सवाल?
ये दो और खिलाड़ी हैं, जिन्हें समायोजित करना अगरकर एंड कंपनी के लिए आसान होने नहीं जा रहा. शिवम दुबे को अगर टीम में जगह नहीं मिलती है, तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होगा. उन्हें समायोजित करने की क्या कीमत है? इस सवाल का जवाब तो भविष्य ही बताएगा कि क्या सेलेक्टर्स वह कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं. और सवाल यह भी है कि मयंक के उभार और मोहम्मद सिराज की खराब फॉर्म के बीच क्या सेलेक्टर्स सिराज के अनुभव को वरीयता देंगे?