ICC Cricket World Cup win: महान भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भारत की 2011 आईसीसी क्रिकेट विश्व कप खिताबी जीत को याद किया, वह क्षण जब उनका "बचपन का सपना हकीकत में बदल गया". आज ही के दिन 2011 में, भारत ने मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में विश्व कप के एक कड़े मुकाबले में श्रीलंका को हराया था. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सचिन ने ट्वीट किया, "तेरह साल पहले, मेरा बचपन का सपना हकीकत में बदल गया. यादों, टीम और एक अरब से अधिक लोगों के अविश्वसनीय समर्थन के लिए हमेशा आभारी हूं."
इसी क्रम में दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह ने भी साल 2011 में इस ऐतिहासिक जीत को याद कर एक वीडियो भी शेयर किया जिसमे विराट कोहली सचिन तेंदुलकर को कंधे पर उठाये दिख रहे हैं.
महान बल्लेबाज ने अपना छठा विश्व कप खेला और अविश्वसनीय बल्लेबाजी की, नौ मैचों में 53.55 की औसत से दो शतक और दो अर्द्धशतक के साथ 482 रन बनाए. वह दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने भी पूरे टूर्नामेंट में असाधारण प्रदर्शन के लिए 'क्लास ऑफ 2011' की सराहना की.
"इस दिन 2011 में, हमारे खिलाड़ियों ने दूसरी बार ICC क्रिकेट विश्व कप जीतकर इतिहास रचा! महान कप्तान के नेतृत्व में, गौतम गंभीर की साहसिक पारी के साथ सचिन की गुणवत्तापूर्ण बल्लेबाजी, वीरतापूर्ण हरफनमौला प्रदर्शन के साथ युवराज सिंह और पूरी टीम ने पूरे टूर्नामेंट में असाधारण क्रिकेट खेला. 13 साल पहले इसी रात रोमांचक वानखेड़े स्टेडियम का हर पल भारतीय क्रिकेट की भावना से गूंज उठा था. '' शाह ने ट्वीट किया.\
बीसीसीआई ने भी ट्वीट किया, "बहुत ही खास दिन! #इस दिन 2011 में, टीमइंडिया ने दूसरी बार वनडे विश्व कप जीता था."
खिताबी मुकाबले की बात करें तो श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और महेला जयवर्धने (113) के नाबाद शतक, कप्तान कुमार संगकारा (48), तिलकरत्ने दिलशान (48) और थिसारा परेरा (22*) की पारियों की बदौलत 274/6 पर पहुंच गया. . जहीर खान (2/60) और युवराज सिंह (2/49) भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे.
रन चेज़ में सलामी बल्लेबाजों वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के जल्दी आउट होने के बाद भारत को शुरुआत में संघर्ष करना पड़ा. फिर गौतम गंभीर (97), विराट कोहली (35), एमएस धोनी (91*) और युवराज सिंह (21*) की पारियों ने भारत को छह विकेट से जीत दिलाने में मदद की.