Australia vs South Africa: लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे WTC Final मैच के शुरुआती दो दिन के खेल में 28 विकेट गिरे. पूरा क्रिकेट जगत दोनों टीमों के पेसरों के प्रदर्शन की तारीफ कर रहा है, लेकिन भारतीय पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने का है कि अगर दो दिन के भीतर भारत में 28 विकेट गिरते, तो हर कोई इसकी आलचोना करता. पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया 212 पर सिमटा तो कैगिसो रबाडा ने 5 विकेट चटकाए. बॉलरों का जलवा दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा. कंगारू कप्तान पैट कमिंस ने 28 रन देकर 6 विकेट लिए. हालांकि, रबाडा और लुंगी एंगिडी का कहर दूसरे दिन भी जारी रहा और इन दोनों ने मिलकर सात विकेट बांटते हुए कंगारुओं को 207 पर समेट दिया.
चोपड़ा ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, 'लॉर्ड्स में खेले जा रहे WTC Final मुाकबेल को लेकर मेरा बड़ा सवाल यह है कि अगर भारत में दो दिन के भीतर मैच में 28 विकेट गिरे होते, तो पश्चिम मीडिया इसे लेकर बखेड़ा खड़ा कर देता कि गेंद टर्न हो रही है, बाउंस हो रही है, बल्लेबाजी मु्श्किल हो चुकी है और ऐसी पिचों को कैसे अनुमति दी जा सकती है, भारत पिचों से खिलवाड़ कर रहा है, टेस्ट क्रिकेट को खत्म कर रहा है, वगैरह-वगैरह.' चोपड़ा ने पश्चिम मीडिया को उसके रवैये के लिए पाखंडी करार देते हुए हैरानी जताई कि अब लॉर्ड्स की पिच को लेकर आलोचना क्यों नहीं हो रही है.
आकाश ने कहा, 'आप इस तरह की हेडलाइन द टेलीग्राफ से लेकर सिडनी हेराल्ड में देख चुके हैं. लेकिन जब ऐसा इंग्लैंड में होता है, तो इसे स्पोर्टिंग पिच कहा जाता है. कहा जाता है कि बल्लेबाज की डिफेंसिप तकनीक तार-तार हो गई है क्योंकि गेंद ज्यादा मूव नहीं कर रही है. अगर डिफेंसिव तकनीक तार-तार हो गई है, तो यह बात भारत में भी सटीक बैठती है.'