Rohit Sharma on T20 World Cup final : रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम ने टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतकर इतिहास दोहरा दिया. दूसरी बार भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने में सफलता पाई थी. धोनी के बाद रोहित दूसरे ऐसे कप्तान बने जिनकी कप्तानी में भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2024) का खिताब जीतने का कमाल कर दिखाया. बता दें कि फाइनल में साउथ अफ्रीकी टीम को भारत ने 7 रनों से हरा दिया था. फाइनल में एक समय भारतीय टीम पर हार का खतरना मंडरा रहा था. लेकिन हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने धमाकेदार बल्लेबाजी करने वाले हेनरिक क्लासेन को आउट कर मैच को बदल दिया था. वहीं, इसके बाद आखिरी ओवर में डेविड मिलर का असंभव कैच लेकर सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav Catch) ने मैच को पलट दिया था. फाइनल में यह दो ऐसे पल रहे थे जिसने मैच को पलटने का काम किया था. वहीं, अब भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने फाइनल मैच को लेकर बात की और उल पल के बारे में बात की है जब उन्हें कुछ नहीं सुझ रहा था.
दरअसल, साउथ अफ्रीका के पावरहाउस बल्लेबाज क्लासेन ने ने बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल की गेंदों पर दो छक्के और दो चौके लगाकर एक ओवर में 24 रन बटोर लिए थे. यह एक ऐसा पल था जहां भारत से मैच निकल रहा था. वहीं, इस मौके को रोहित ने कहा, "हां, मैं पूरी तरह से ब्लैंक हो गया था. उस समय मुझे कुछ नहीं सुझ रहा था. लेकिन हमने वहां से खुद को बिखरने नहीं दिया."
रोहित ने डलास में एक कार्यक्रम में अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "जब साउथ अफ्रीका को 30 गेंदों में 30 रनों की दरकार थी, उस समय जिस तरह 5 ओवर हमने डाले, उससे पता चलता है कि हम कैसे शांत थे. हम किसी भी चीज के बारे में नहीं सोचते हुए अपने काम की तरफ ध्यान दे रहे थे. हम बिलकुल भी घबराए नहीं, यही हमारी जीत की सबसे बड़ी बात रही थी."
बता दें कि आखिरी ओवर में हार्दिक ने गेंदबाजी की और पहली ही गेंद पर डेविड मिलर को सूर्या के हाथों कैच कराकर मैच को बदल दिया. आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीका को 16 रन बनाने थे. लेकिन आखिर में भारतीय टीम फाइनल 7 रनों से जीतने में सफल रही. कोहली ने फाइनल में 76 रनों की पारी खेली थी.
विराट को उनके शानदार बल्लेबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था तो वहीं जसप्रीत बुमराह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीतने में सफल रहे थे. टी-20 वर्ल्ड कप में बुमराह ने कुल मिलकर 15 विकेट अपने नाम करने में सफलता हासिल की थी. फाइनल में भी बुमराह ने शानदार गेंदबाजी कर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. फाइनल में बुमराह ने 4 ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लिए थे. वहीं, हार्दिक को तीन विकेट मिले थे.