Pataudi Trophy will be continued: पिछले काफी दिनों से इंग्लैंड एंड वेल्स (ECB) क्रिकेट बोर्ड के भारत और इंग्लैंड के बीच शुरू होने जा रही टेस्ट सीरीज को तेंदुलकर-एंडरसन नाम देने के फैसले के बाद हुई तीखी आलोचना पर खुद सचिन तेंदुलकर ने विराम लगाने की पहल की है. दरअसल पिछले कुछ सालों से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज भारत के दो पूर्व कप्तान इफ्तिखार अली खान और मंसूर अली खान पटौदी के नाम (पटौदी सीरीज) पर आयोजित हो रही थी. लेकिन कुछ दिन पहले ही जब इसका नाम पटौदी की जगह 'एंडरसन-तेंदलुकर सीरीज' करने की खबर आई, तो इसने पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर सहित फैंस के एक बड़े वर्ग को नाराज कर दिया. वहीं, खुद की कोई गलती न होने के बावजूद सचिन तेंदुलकर को फैंस के गुस्से का कोपभाजन बनना पड़ा.
बहरहाल, रिपोर्ट के अनुसार सचिन तेंदुलकर ने दोनों देशों की सीरीज में पटौदी की विरासत को बरकरार रखने के लिए खुद दोनों देशों के बोर्ड के आला अधिकारियों से लंबी मुलाकात की. खासतौर पर इस मुद्दे पर सचिन और आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह के बीच करीब तीन घंटे मुलाकात चली.
सचिन के अनुरोध के बाद अब दोनों देशों के बोर्डों के बीच बनी सहमति के बाद सीरीज के विजेता कप्तान को मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर पदक भी दिया जाएगा. इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, 'हां, यह सही है कि इंग्लैंड-भारत सीरीज में 'पटौदी ट्रॉफी' का नाम बरकार रहेगा.'
पिछली बार दोनों देशों के बीच इंग्लैंड में खेली गई सीरीज इफ्तिखार अली खान पटौदी और उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर 'पटौदी ट्रॉफी' के लिए खेली गई थी. लेकिन इस साल मार्च के महीने में ईसीबी ने पटौदी परिवार को लिखे लेटर में सूचित किया था कि वे इस ट्रॉफी को अब खत्म करना चाहते हैं.