Report: गंभीर बड़े रणनीतिक बदलाव की ओर, इस वजह अक्षर पटेल को नहीं मिलने जा रही XI में जगह

Axar Patel: अक्षर पटेल का दलीप ट्रॉफी ही नहीं, बल्कि अभी तक खेले 14 टेस्ट मैचों में बहुत ही शानदार प्रदर्शन रहा है

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नई दिल्ली:

Axar Patel to be dropped: बांग्लादेश के खिलाफ अगले कुछ दिनों में शुरू हो रही टेस्ट सीरीज (Ind vs Ban) के साथ ही फैंस और दिग्गजों के बीच चर्चा ने भी गति पकड़ ली है. टीम इंडिया पिछले कुछ दिनों से नेट-बॉलरों के जमावड़े के बीच जमकर प्रैक्टिस कर रही है. बहरहाल, तमाम वर्गों के बीच चर्चा का सबसे बड़ा विषय भारतीय इलेवन को लेकर हो चला है कि पहले टेस्ट मैच  में टीम रोहित क्या होगी? हालिया रिपोर्ट के अनुसार जो खबर चेन्नई से छनकर आ रही है, वह यह है कि भारतीय प्रबंधन ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. और इसके तहत कप्तान रोहित और गंभीर बड़ा फैसला लेते हुए एक बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं. और सूत्र यही बता रहे हैं कि पहले टेस्ट में गाज अक्षर पटेल पर गिरने जा रही है. 

इस वजह से प्रबंधन बदल रहा रणनीति

सीरीज की शुरुआत से ही चर्चा थी कि परंपरा के उलट भारतीय प्रबंधन चेन्नई में पेसरों की मददगार पिच को वरीयता दे रहा है.यह हैरान करने वाला है क्योंकि स्पिन भारत की ताकत दशकों से रहे हैं और इसी बूते वह लड़ाई लड़ता रहा है, लेकिन हालिया समय में बुमराह की अगुवाई में बाकी पेसरों के दमदार प्रदर्शन को देखते हुए प्रबंधन अब दूसरी राह पर चलने को मजबूर है. ऐसे में रोहित और प्रबंधन मन बना चुके हैं कि पहले टेस्ट की इलेवन में स्पिन का जिम्मा अश्विन, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा संभालेंगे. इस तिकड़ी के साथ ही प्रबंधन एक अतिरिक्त पेसर को खिलाने का मन बना चुका है. और इसकी वजह है साल के आखिरी में ऑस्ट्रेलिया का दौरा, जहां गंभीर पेस अटैक को आगे रखकर आगे बढ़ना चाहते हैं.

Photo Credit: AFP

दलीप ट्रॉफी में दमदार प्रदर्शन

अक्षर को बाहर बैठाने का फैसला उनके लिए थोड़ा दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता है क्योंकि हालिया दलीप ट्रॉफी मैचों में अक्षर ने शानदार प्रदर्शन किया था. अक्षर ने भारत डी के लिए खेलते हुए सी के खिलाफ 86 और 28 रन बनाकर दिखाया कि बतौर बल्लेबाज वह और बेहतर हो रहे हैं. अभी तक भारत के लिए खेले 14 टेस्ट मैचो में अक्षर ने बहुत ही प्रभावी प्रदर्शन करते हुए जहां 35 से ज्यादा के औसत से 646 रन बनाए, तो वही 19.34 के औसत से अक्षर 55 विकेट भी चटका चुके हैं. मतलब हर पारी में करीब-करीब दो विकेट. निश्चित तौर पर अगर इस प्रदर्शन के बावजूद अगर अक्षर इलेवन का हिस्सा नहीं बन पाते हैं, तो यह उनके नजरिए से खासा दिल दुखाने वाला होगा. 

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यह भी एक फैक्ट है कि...

अब यह भी अपने आप में साफ है कि अक्षर और जडेजा समान शैली के ऑलाउंडर हैं. और जब बात दोनों में से किसी एक को चुनने की आएगी, तो जडेजा को ही प्रबंधन वरीयता देगा. वहीं, छह महीने पहले भी भारत का स्पिन अटैक जडेजा, अश्विन और कुलदीप के इर्द-गिर्द ही था. जाहिर है कि जब स्थिति इस तरह  की होगी और अक्षर का मुकाबला कुलदीप यादव से होगा, तो जाहिर है कि प्रबंधन कुलदीप को ही वरीयता देगा क्योंकि चाइनामैन बॉलर विविधता लेकर आता है. लेकिन यह भी एक फैक्ट है कि इंग्लैंड के खिलाफ प्रबंधन ने अक्षर को दो टेस्ट खिलाए थे. इसमें अक्षर ने 133 रन बनाए थे, तो 5 विकेट भी लिए थे, लेकिन अब जबकि गौतम अपने आप में गंभीर रणनीति में बदलाव करने जा रहे हैं, तो अक्षर के लिए इलेवन में गुंजाइश नहीं बन रही.

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