csk on ms Dhoni: अगले साल की शुरुआत में होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2024) की मेगा ऑक्शन (Mega Auction 2025) को लेकर अभी से ही खासी चर्चा है. इसकी वजह एक है एमएस धोनी और रिटेंशन नियम. छनकर आ रही खबरों के अनुसार फ्रेंचाइजी टीमों ने अभी तक रिटेंशन खिलाड़ियों की संख्या पर कोई सहमति नहीं दी है. और यही वजह है कि बीसीसीआई ने इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं किया है. वैसे एक बात बात साफ है कि मेगा नीलामी में खिलाड़ियों की रिटेंशन की संख्या कितनी भी हो, लेकिन सीएसके हर हाल में धोनी को रिटेन करने जा रहा है.
इसकी वजह यह है कि बीसीसीआई रिटेंशन नियम के बारे में फैसला सितंबर के आखिर तक टाल सकता है. वजह इस नियम को लेकर फ्रेंचाइजियों के साथ कोई सहमति नहीं बन पा रही है.और बीसीसीआई अगर महीने के आखिर में 29 सितंबर को होने वाली अपनी वार्षिक आम बैठक (AGM) से पहले अगर रिटेंश पॉलिसी का ऐलान नहीं करता है, तो कोई चौंकाने वाली बात नहीं होगी. इससे पहले बीसीसीआई की रिटेंशन पॉलिसी को उजागर करने की प्लानिंग अगस्त के आखिर में थी. पिछले महीने के आखिरी में ही बीसीसीआई के अधिकारियों और फ्रेंचाइजी मालिकों के बीच बैठक हुई थी. लेकिन फ्रेंचाइजी के अनुरोध के बाद बोर्ड ने इस बाबत फैसले को अगले करीब दस से 15 दिन के लिए टाल दिया है.
रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई एक ऐसा नया नियम बनाने की ओर देख रहा है, जिससे धोनी को "अनकैप्ड खिलाडियों" के वर्ग में रखा जा सकता है. हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार नियम बनता है या नहीं, सीएसके ने धोनी को रिटेन करने का अभी से ही मन बना लिया है. बता दें कि साल 2008 में सीएसके ने पहली बार अपनी टीम में लिया था और तब से लेकर अभी तक उन्हें रिटेन करने का सिलसिला चला आ रहा है. लेकिन अब जब धोनी 44वें साल में चल रहे हैं, तो भविष्य को ध्यान में रखते हुए सवाल हो रहे थे कि माही को रिटेन किया जाना बहुत ही मुश्किल है.इस साल सीजन शुरू होने से पहले धोनी ने कप्तानी छोड़ने क फैसला किया था और CSK ने उनकी जगह ऋतुराज गायकवाड़ को कप्तान बनाया था.