Ranji Trophy 2024: आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स और घरेलू क्रिकेट में असम के लिए खेलने वाले युवा बल्लेबाज-ऑलराउंडर रियान पराग (Riyan Parag' s record) ने एक और बड़ा धमाका कर दिया है. एक और इस लिहाज से कि एक बड़ा धमाका रियान ने पिछले साल ही भारत के राष्ट्रीय टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी किया था. पिछले साल रियान पराग इस ट्रॉफी में लगातार सात अर्द्धशतक जड़कर क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था. तब पराग यह कारनामा करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए थे. और धमाके के बाद सभी को भरोसा था कि रियान पराग का चयन अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए जरूर किया जाएगा. बहरहाल ऐसा नहीं हुआ और अब रियान ने गुस्सा दिखाते हुए सेलेक्टरों को करारा जवाब दिया है. एक तरह से रियान पराग ने चयन समिति को आतिशी शतक से नाराजगी दिखाई है. मानो उन्होंने शतक से बयान जारी किया है कि टी20 में लगातार सात अर्द्धशतक के बावजूद भी उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ टीम में क्यों नहीं चुना गया.
दरअसल रियान पराग ने चल रहे रणजी ट्रॉफी के शुरुआती राउंड के आखिरी दिन सोमवार को छत्तीसगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक जड़ डाला. कप्तान पराग 12 छक्कों से 56 गेंदों पर शतक जड़ कर रिकॉर्ड बनाया. हालांकि, उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा. कुल मिलाकर रियान ने 87 गेंदों पर 11 चौकों और 12 छक्कों से 155 रन बनाए. स्ट्राइक-रेट 178.16 का रहा.
इस मामले में ऋषभ पंत हैं अव्वल
वैसे जब बात रणजी ट्रॉफी में सबसे तेज शतक बनाने की आती है, जो यह कारनामा ऋषभ पंत के नाम पर है. पंत ने साल 20016 में सिर्फ 48 गेंदों पर शतक जड़ डाला था. यह कारनामा उन्होंने झारखंड के खिलाफ किया था. इसमें उन्होंने 8 चौके और 13 छक्के जड़े थे. वहीं इस मामले में तीसरा नंबर मध्य प्रदेश के लिए खेले विकेटकीपर नमन ओझा का आता है. ओझा ने साल 2015 में कर्नाटक के खिलाफ 69 गेंदों पर 8 चौकों और 9छक्कों से सेंचुरी जड़ डाली थी.
पिछले साल यह विश्व रिकॉर्ड बनाया था टी20 में
रियान पराग ने पिछले साल ही राष्ट्रीय टी20 में एक दो नहीं लगातार सात अर्द्धशतक जड़े. और लगातार सात पचासे जड़ना वास्तव में क्लब क्रिकेट में भी आसान काम नहीं है. मोहल्ले स्तर पर भी नहीं है, लेकिन रियान ने यह कारनामा राष्ट्रीय टी20 ट्रॉफी में किया. लगातार छह पचासे जड़कर रियान पराग टी20 में ऐसा कारनामा करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बने थे. और फिर उन्होंने 31 अक्टूबर को मोहाली में बंगाल के खिलाफ नाबाद 50 रन बनाकर सातवां लगातार अर्द्धशतक भी जड़ा था, लेकिन यह भी सेलेक्टरों का दिल नहीं पिघला सका
(जारी है..)