मेहमान इंग्लैंड ने हाल ही में भारत को मिले घाव पर मरहम लगाते हुए मेजबान न्यूजीलैंड को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के तहत रविवार को क्राइस्टचर्च में खत्म हुए पहले टेस्ट (NZ vs ENG 1st Test) में उसे 8 विकेट से रौंद दिया. निश्चित रूप से इससे करोड़ों भारतीय फैंस के जख्मों पर भी खासा मरहम लगा होगा, जिनके दिल पिछले दिनों 0-3 से मिली शर्मनाक हार पर अभी भी बुरी तरह से रो रहे है. लेकिन इंग्लैंड ने इससे भी बड़ा कारनामा करते हुए बैजबॉल अंदाज में तूफानी बल्लेबाजी करते नया रिकॉर्ड बना दिया.
न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 348 रन बनाए थे, तो इसके जवाब में इंग्लैंड ने हैरी ब्रूक के 171 रनों से 499 का स्कोर खड़ा करके करारा जवाब दिया था. इसके जवाब में न्यूजीलैंड दूसरी पारी में 254 पर ऑलआउट हो गया. पूर्व कप्तान केन विलियमसन ने दूसरी पारी में भी अर्द्धशतक बनाया.और जब इंग्लैंड को 104 रनों का लक्ष्य मिला, तो उसके बल्लेबाजों ने वह कर डाला, जो टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ.
बैजबॉल शैली ने रच दिया इतिहास !
इंग्लैंड को टेस्ट जीतने के लिए 104 रनों का लक्ष्य मिला था. और यहां से लक्ष्य का पीछा करते हुए जैक क्राले (1) तो सस्ते में ही आउट हो गए, तो बेन डकेट (27) भी ज्यादा देर नहीं जम सके, लेकिन इसके बाद जैकब बेथल (नाबाद 50 रन) और जो रूट (नाबाद 23) ने कीवियों को मात देने के लिए गीयर बदलते हुए बैजबॉल शैली को थाम लिया. इंग्लैंड ने यह लक्ष्य 12.4 ओवरों में ही हासिल कर लिया. और जब बात टेस्ट इतिहास में सौ या इससे ज्यादा रनों के लक्ष्य के लिए कम से कम ओवर खेलने की आती है, तो ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी टीम ने इतने कम ओवर अंजाम देने के लिए लिए. आप यह इससे समझ सकते हैं कि इंग्लैंड ने 8.21 रन प्रति ओवर की दर से यह टारगेट हासिल किया. इससे पिछला रिकॉर्ड न्यूजीलैंड ने ही बनाया था, जब उसे उसने क्राइस्टचर्च में ही 109 रनों का लक्ष्य बांग्लादेश के खिलाफ साल 2017 में हासिल किया था.